हनुमानगढ़। सीसीआई द्वारा खरीद किये जा रहे नरमे की तुलाई धर्मकांटे की बजाय पल्ली तिरपायी से करवाने की मांग को लेकर आंदोलनरत तोला धानका मजदूर यूनियन का जंक्शन धान मंडी स्थित कृषि उपज मंडी समिति कार्यालय के समक्ष लगाया गया धरना गुरुवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। यूनियन प्रधान दर्शन जांड ने कहा कि कृषि अध्यादेशो की आड़ में मंडीयो को खत्म करने का जो प्रयास किया जा रहा है उससे मंडी मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे है।उन्होंने कहा कि सीसीआई के उच्चाधिकारियों द्वारा नरमे की फ़सल सीधे धर्मकांटे पर तुलवाने के जो आदेश निकाले गए है से मंडी के स्थायी मजदूरो का रोजगार छिन्न जाएगा ओर ऐसा हम होने नही देंगे।उन्होंने बताया कि मंडी समिति व प्रसाशनिक अधिकारियो द्वारा मंडी मजदूरो की हड़ताल खुलवाने के लिए बार बार वार्ता के लिए बुलाया जा रहा है परन्तु मंडी मजदूरो को रोजगार दिलवाने की कोई पक्की बात नही की जा रही सिर्फ मजदूरी दिलवाएंगे का आश्वाशन दिया जा रहा है पर मजदूरो को आश्वाशन नही मजदूरी चाहिए और जब तक सीसीआई द्वारा खरीद किये जाने वाले नरमे की तुलाई की मजदूरी देने का ठोस आश्वाशन नही मिलता तब तक धरना ओर हड़ताल जारी रहेंगे।गुरुवार को किसान नेता मनीष मक्कासर व किसान नेता डा सौरभ राठौड़ ने धरना स्थल पर पहुंचकर मंडी मजदूरो की पीड़ा सुनी।किसान नेताओ ने कहा कि केंद्र सरकार तीनों काले कृषि कानूनों को लागू कर किसानों व मजदूरो को मारने पर तुली हुई है।
उन्होंने किसानों और मजदूरो को एक ही गाड़ी के दो पहिये बताते हुए केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए तीनों काले कानूनों के खिलाफ एवं किसान व मजदूर विरोधी नीतियों का डटकर सामना करने का आह्वान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसान को फसल का पूरा भाव व मजदूर को उसकी पूरी मजदूरी मिलनी चाहिए और मंडी मजदूरो की समस्याओं के बारे में इलाके के किसानों से चर्चा कर उक्त समस्याओ का जल्द समाधान करवाने का प्रयास किया जाएगा। इस दौरान जगदीश मौर्य, धर्मवीर ख़रेरा, विजय लुगरिया, चुन्नीराम ख़रेरा,करण बागड़ी,रामस्वरूप बागड़ी, पप्पूराम,लालचंद सहित सेंकडो की संख्या में मंडी मजदूर मौजूद थे। –
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