संवाददाता शाहपुरा। शाहपुरा भीलवाड़ा 350 वर्ष पुरानी शाहपुरा रियासत और उसके प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री गोकुल लाल असावा की प्रतिमा अस्तित्व ही नहीं है गायब है और जिले के कलेक्टर उपखंड के अधिकारियों को शायद इस बात की जानकारी नहीं है और कौन है जो इन्हें इतिहास से रूबरू कराएं भारत स्मारक समिति द्वारा इस मूर्ति का अनावरण राज्यपाल वसंतराव कन्डु पाटिल के द्वारा 28 सितंबर 1986 को किया गया था जानकारी के अनुसार शाहपुरा रियासत के अंतिम प्रधानमंत्री श्री गोकुल लाल असावा की मूर्ति का अनावरण 1986 में किया गया और एक सुंदर सा पार्क भी बनाया गया लेकिन तरणताल का विकास करने के लिए एवं राजनीतिक द्वेषता और क्रांतिकारी के अपमान की भावना रखते हुए शाहपुरा प्रशासन और नगर पालिका ने पहले तो लाखों रुपए खर्च कर दिए और प्रतिमा के स्थान पर आमजन द्वारा गंदगी फैलाने को लेकर स्वच्छता नहीं होने के नाम पर मूर्ति को हटा दिया गया गौरतलब है कि गोकुल लाला असावा शाहपुरा रियासत के वह प्रधानमंत्री है जो भारत सरकार के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के आग्रह पर शाहपुरा रियासत को भारत माता के नाम कर दिया था और भारत की पहली ऐसी रियासत है जो भारत सरकार के अधीन होकर पूर्ण समर्पित हो गई थी जो इतिहास में दर्ज है ऐसे व्यक्तित्व के महान पुरुष के कि प्रतिमा को देखरेख के अभाव में हटा दिया गया या गायब हो जाती है वर्तमान में अनावरण स्थान पर महज एक पीलर रह गया है और गोकुल लाल असावा का अस्तित्व ही नहीं है।
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