दिल्ली: एक्शन ऐड इंडिया नामक संस्था के एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि भारत में 10 में से 4 महिलाएं (41 फीसद) 19 साल की उम्र से पहले उत्पीड़न या हिंसा का शिकार होती हैं। संस्था की ओर से चार देशों में कराए गए सर्वे में यह भी पता चला है कि विश्व भर में महिलाएं काफी छोटी उम्र में पहली बार उत्पीड़न का शिकार होती है। भारत में 10 साल की उम्र से पहले करीब 6 फीसद लड़कियां उत्पीड़न का शिकार बनती हैं। वहीं ब्राजील में यह आंकड़ा 16 फीसद, यूनाइटेड किंगडम में 12 फीसद और थाइलैंड में 8 फीसद है।
शोध में यह भी पाया गया है कि भारत की तीन चौथाई (73 फीसद) महिलाओं ने बीते एक महीने में ही किसी न किसी रूप में उत्पीड़न या हिंसा का सामना किया है। दूसरे देशों में यह आंकड़ा कहीं ज्यादा है जिसमें थाइलैंड में ऐसी महिलाओं की संख्या 67 फीसद, ब्राजील में 87 फीसद और यूनाइटेड किंगडम में 57 फीसद है। शोध के तथ्यों से यह भी पता चलता है कि इन दिनों महिलाएं उत्पीड़न या हिंसा से निपटने के लिए कदम उठाने लगी हैं।
भारत की करीब 82 फीसद महिलाओं का कहना है कि उन्होंने खुद को उत्पीड़न से बचाने के लिए उचित कदम उठाए हैं। एक्शन ऐड इंडिया के कार्यकारी निदेशक संदीप चाचरा का कहना है कि कई देशों में किए गए इस सर्वे का निष्कर्ष यह है कि महिलाओं के उत्पीड़न और उनके साथ होने वाली हिंसा को रोकने के लिए सरकार और समाज के स्तर पर तुरंत ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।