हनुमानगढ़ के पंचमुखी बालाजी मंदिर, सेक्टर नंबर 3, हनुमानगढ़ टाउन में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह का आयोजन के पांच वें दिन कि कथा में कथा का वाचक कमलेश जी शास्त्री पल्लु वाले द्वारा अपने मुखाबिन्द् से कथा का वर्णन करते हुए, आज श्रीराम व श्री कृष्ण जन्म का प्रंसग सुना व सचित्र झांकि दिखकर श्रदालु भावभिवोर हो गये। उन्होने श्रदालुओं को प्रहलाद की कथा के माध्यम से बताया कि चाहे कितने भी संकट आ जाए हमें घबराना पही चाहिए । बन्कि परमात्मा के नाम का चिन्तन करना चाहिए । जीवन तो सघर्ष है, दुखो के आने से जीवन और उजला होता है । श्री कृष्ण जन्म की झांकि आने पर उपस्थित श्रदालु ने श्री कृष्ण कि जय,नन्द के लाल की जय के जयकारे लगने लगे । श्री कृष्ण के जन्म पर कथा स्थल को भी बहुत सुन्दर तरीके से सजाया गया था । शास्त्री जी ने राम कथा में सुनाया कि हमें,जो राम ने किया वो करना चाहिए, व कृष्ण ने जो कहा वो अपने जीवन में उतारना चाहिए । उन्होने कहा कि तोता को मॉ का भक्ति अवतार माना जाता है । यदि भक्ति मार्ग को अपनाया जाये तो आत्मा हमें भूला नही सकती और हमें परमात्मा से मिला देती है । उन्होने बताया कि रावण के वध के समय को सुनाया कि जब तक अपने अन्दर के रावण को यानि अंहकार को नही मारोगे,तब तक ज्ञान भक्ति करने से कोई लाभ नही मिलेगा । इस के साथ सिरसा से पधारे कलाकारो द्वारा कृष्ण राधा का नृत्य दिखाया गया । आयोजन समिति के सदस्य अरुण अग्रवाल ने बताया संगीतमय् श्रीमद् भागवत कथा रोजाना दोपहर 2.00 बजे से लेकर 5.00 बजे तक रोजाना कि जा रही है ,यह कथा सभी भक्तों का सहयोग के सहयोग से करवाई जा रही है, कथा 21 अक्टूबर से 27 अक्टूबर 2021 तक होगी, भंडारा व पूर्णाहुति 27 अक्टूबर 2021 को होगा । इस मौके मुख्य सेवादार मनोहर लाल कोचर, गोवर्धन भारवानी, शंकर लाल कानसरिया, शंकर गुप्ता उपस्थित रहे । उन्होंने बताया कथा वाचक कमलेश जी शास्त्री पर हनुमानगढ़ में 11 वी बार श्रीमद भागवत कथा की जा रही है ।
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