जिला संवाददाता भीलवाड़ा। राजस्थान में सरकारी कर्मचारियों की 2004 से बंद पुरानी पेंशन को राजस्थान सरकार द्वारा वापस बहाल करने के लिए पूरे देश व राजस्थान में संघर्षरत पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के पदाधिकारियों व सक्रिय रूप आंदोलनरत कर्मचारियों का स्थानीय एसडीपीआई इकाई द्वारा अभिनंदन किया गया । पार्षद युसुफ मोहम्मद ने बताया कि वाजपेई सरकार ने 2004 में कर्मचारियों व अधिकारियों की पुरानी पेंशन बन्द कर म्यूचल फंड आधारित न्यू पेंशन स्कीम लागू की गई जो किसी भी प्रकार से पेंशन ना होकर शेयर बाजार पर आधारित इन्वेस्टमेंट प्लान था। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों की वर्षों पुरानी इस मांग को राज्य के बजट घोषणा में विधानसभा के पटल पर घोषणा कर पूरा किया।स्थानीय एसडीपीआई इकाई ने आंदोलनकारी कर्मचारियों का सम्मान किया। इस मौके पर आन्दोलन के प्रदेश सोशल मिडिया प्रभारी सलीम डायर,गोवर्धन खटीक,शफीक पठान,साकिर सिलावट व साथियों का पेंशन मुद्दे को राष्टीय स्तर से गाँव ढ़ाणी तक पहुचाने मे विशेष योगदान के लिए साफा बंधवाकर सम्मान किया। राज्य में पेंशन बहाली से 6.50 लाख कर्मचारी अधिकारीयों के परिवार सीधे तौर पर व सैकड़ो परिवार अपरोक्ष रूप से लाभान्वित होंगे।राजस्थान पुरानी पेंशन को 18 वर्षो बाद पुन: लागू करने वाला देश में पहला राज्य है,जो अन्य प्रदेशों की सरकारों के लिए एक नजीर बन कर उभरा है। इस मौके पर आन्दोलन के सलीम डायर ने बताया कि एनपीएस स्कीम में रिटायर हो चुके कर्मचारियों के हितों को भी ध्यान में रखते हुए उन्हें भी पुरानी पेंशन दिलाये जाने हेतू मुख्यमंत्री से आग्रह किया जायेगा।साथ ही पूरे देश के हर कर्मचारी को पुरानी पेंशन बहाल हो जाने तक राजस्थान का कर्मचारी अधिकारी कंधा से कंधा मिलाकर आन्दोलनरत रहेगा। इस अवसर पर एसडीपीआई जिला कमेठी मेम्बर शहाबुद्द्दीन सिलावट, विधानसभा अध्यक्ष नफीस सिलावट, महासचिव सिराज शाह, सलीम नीलगर, रफीक मोहम्मद, समशुद्द्दीन, नसीब गौरी,रफीक रंगरेज,मोहम्मद उमर बिसायती उपस्थित थे।
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