हनुमानगढ़। देश भर में ग्रामीण डाक कर्मचारी पिछले चार दिनों से हड़ताल पर हैं। वे सब जिला मुख्यालय पर एकत्र होकर धरना-प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कर रहे हैं। शुक्रवार को देश भर में लगभग 2 लाख 71 हजार डाक कार्मचारियों ने काम को बंद कर हड़ताल में शामिल हुए। ग्रामीण डाक कर्मचारी सेवा शर्तों में सुधार की मांग कर रहे हैं। डाक कर्मचारी 12 दिसंबर से हड़ताल पर हैं। शुक्रवार को डाक कर्मचारियों ने जंक्शन जिला मुख्यालय स्थित डाक घर में धरने के चौथे दिन थाली बजाकर सरकार को जगाने का प्रयास किया। ग्रामीण डाक सेवकों की मांग है कि उन्हें नियमित कर्मचारियों के समान 01-01-2016 से टीआरसीए को समयबद्ध कर 12, 24, 36 वर्ष का लाभ कमलेशचन्द्र कमेटी की सिफारिश अनुसार दिया जाए। साथ ही ग्रामीण डाक सेवकों का सामूहिक बीमा कवरेज 5 लाख रुपए किया जाए, ग्रामीण डाक सेवकों की ग्रेच्युटी 5 लाख रुपए की जाए, 180 दिनों तक सवैतनिक अवकाश को आगे बढ़ाने के साथ-साथ ग्रामीण डाक सेवकों को केन्द्रीय कर्मचारियों के समान मेडिकल सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए।
मांग पूरी होने के बाद ही समाप्त करेंगे धरना आंदोलनरत ग्रामीण डाक सेवकों का कहना है कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण डाक कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीण क्षेत्र की डाक व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं। गांवों में डाक वितरण और डाक बुकिंग, मनी आर्डर वितरण, बुकिंग, डाकघर बचत सेवाएं, डाकघर जमा और निकासी सेवाएं हड़ताल की वजह से बंद हैं। इससे आम आदमी को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। पिछले चार दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों में डाक का वितरण एवं बैंकिंग ठप हो चुका है एवं पेंशन, किसान सम्मान निधि योजना के खाते भी नहीं खुल पा रहे हैं, जिससे आमजन पिछले चार दिनों से परेशान चल रहे है। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी डाक सेवाएं पुनः शुरू नहीं हो सकती। इस मौके पर सचिव राम सिंह, प्रीति जोशी, उपाध्यक्ष राधेश्याम शर्मा, सीताराम शर्मा, जय प्रकाश, वेद जी व अन्य डाक कर्मचारी मौजूद थे।
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