नई दिल्ली: मुकेश अबांनी सस्ते इंटरनेट और कॉल के बाद अब जल्द सस्ती रसोई गैस के कारोबार में अपना हाथ अजमाने कि योजना बना रही है। जिसकी शुरूवात कपंनी ने अपने पायलट प्रोजेक्ट के तहत 4 किलो वाले एलपीजी गैस सिलेंडर को उतारा है और चार जिलों में वितरित किया है। रिलायंस ने इसकी घोषणा दूसरी तिमाही के रिजल्ट के दौरान किया। आपको बता दें की देश में एलपीजी की खपत सालाना 10 फीसदी के हिसाब से बढ़ रही है, ऐसे में प्राइवेट रिफाइनर्स आरआईएल और एसार ऑयल भी मौके का फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं।
LPG के बाजार में सरकारी कपंनियों का दबदबा-
इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी सरकारी कंपनियों का कंट्रोल है। ये कंपनियां 5 किलो, 14.2 किलो, 19 किलो के एलपीजी सिलेंडर बेच रही हैं। 19 किलो के सिलेंडर कमर्शियल यूज के लिए हैं। ऐसे करें डेबिट और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट
प्राइवेट कंपनियों बाजार में आने को है तैयार-
प्राइवेट फर्म्स को गवर्नमेंट सब्सिडी नहीं मिलती और वे फ्यूल मार्केट रेट पर बेचती हैं। लेकिन, गवर्नमेंट की सब्सिडी पॉलिसी के अनुसार 10 लाख से ज्यादा सालाना अर्निंग वालों को सब्सिडी न मिलने की बात है। इससे प्राइवेट कंपनियों के लिए एलपीजी की मार्केट तैयार हो रही है। आरआईएल ने अपनी प्रेजेंटेशन में बताया कि ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने के लिए कंपनी ने मोबाइल ऐप भी तैयार किया है। कंपनी के अधिकतर एलपीजी को गुजरात के जामनगर स्थित दो रिफाइनरी से ही बिक्री के लिए भेजा जाएगा। आरआईएल ने अभी इस बात का खुलासा नहीं किया है कि वो 4-5 किलो के सिलेंडर किस दाम में बेचेगा।
बीते वर्ष रिलायंस को मिली थी मंजूरी-
पिछले साल सरकार ने रिलायंस को अपने प्लांट में बनने वाली 1.2 लाख टन तक एलपीजी गैस को निजी कुकिंग गैस कंपनियों को बेचने की मंजूरी दी थी। रिलायंस ने अपनी प्रेजेंटेशन में कहा कि कंपनी का पैक्ड एलपीजी गैस बिजनेस बिक्री सालाना आधार पर 10 फीसदी बढ़ने का अनुमान है। कंपनी की एटीएफ बिक्री दूसरे क्वार्टर में 31 फीसदी बढ़ी है। देश के बड़े 25 एयरपोर्ट में से 10 एयरपोर्ट पर कंपनी एटीएफ बेचती है।