भारत में जानलेवा बना ‘लोन ऐप स्कैम’ अबतक गई 60 लोगों की जान, जानें कैसे बनाता है शिकार?

इंस्टेट लोन ऐप को आम बोलचाल की भाषा में चाइनीज लोन ऐप कहते हैं। इसका जाल फैलता ही जा रहा है, जिसमें फंसकर लोग आत्महत्या तक कर रहे हैं।

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आजकल इंस्टैंट लोन (Loan Frauds) लेना लोगों को भारी पड़ रहा है। इंस्टैंट लोन मार्केट में एक ऐसा टर्म जिसे इधर आपने क्लिक किया, उधर आपके खाते में पैसा आ गया। दुनियाभर के ऐसे तमाम ऐप्स हैं जो पैसा देने को तैयार बैठे हैं। वो भी बिना गारंटी के।

इंस्टेट लोन ऐप को आम बोलचाल की भाषा में चाइनीज लोन ऐप (Lone Apps) कहते हैं। इसका जाल फैलता ही जा रहा है, जिसमें फंसकर लोग आत्महत्या तक कर रहे हैं। इन्ही ऐप्स में से बहुत सारे ऐप ऐसे भी हैं जो लोन वसूलने के लिए, हर हद को पार कर जाते हैं।

हाल ही में एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चाइनीज लोन ऐप्स कंपनियां वसूली के लिए अब सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को बतौर एजेंट्स हायर कर रही हैं। यही नहीं, ये एआई के जरिए कर्ज लेने वाले की न्यूड फोटो बनाते हैं और सोशल मीडिया पर अपलोड कर देते हैं और ब्लैकमेलिंग शुरू करते हैं।

इसके बाद उनके रिश्तेदारों, पड़ोसियों और दोस्तों को भेजते हैं। उन्हें ब्लैकमेल करके वसूली की जाती है। चीन की ये लोन कंपनियां भारत समेत एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के 14 देशों में सक्रिय हैं। भारत में अब तक लोन कंपनियों की वसूली की वजह से ज्यादातर 60 से अधिक लोग आत्महत्या कर चुके हैं।

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ऐसे में आपके अधिकार क्या हैं, और आपको क्या करना चाहिए। ये आपको पता होना चाहिए। ऐसे ऐप्स को जैसे ही आप डाउनलोड करके अपनी जानकारी भरते हैं, ये ऐप आपके फोन में घुसपैठ कर लेते हैं। जितने भी नंबर आपके फोन में सेव हैं, ये सबको देख पाते हैं, आपके सारे मैसेज पढ़, कैमरे और माइक्रोफोन तक को ये ऐप इस्तेमाल कर सकते हैं। आपकी लोकेशन डिटेक्ट कर सकते हैं और आपके फोन की गैलरी का पूरा एक्सेस इनके पास पहुंच जाता है। यानि आपके प्राइवेट फोटो और वीडियो में भी ये आसानी से पहुंच सकते हैं। जैसे ही आप ऐसा कोई ऐप अपने फोन में डालते हैं तो इसके साथ या तो एक थर्ड पार्टी ऐप या फिर एक मैलवेयर हो सकता है।

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मैलवेयर एक किस्म का वायरस होता है जो ये सारी जानकारियां आपके फोन से चोरी कर लेता है। इसी जानाकारी के आधार पर ही ब्लैकमेलिंग का ये सारा खेल किया जाता है। लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए बाकायदा पूरे-पूरे कॉल सेंटर काम पर लगे होते हैं जो धमकाते हैं, गाली-गलौच करते हैं और धमकियां देते हैं। नकली न्यूड फोटो बनाते हैं और रिश्तेदारों को भेज देते हैं।

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बीबीसी हिंदी की एक रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक करीब 60 लोग इन ऐप्स के जाल में फंसकर आत्महत्या कर चुके हैं। जुलाई के महीने में मध्य प्रदेश के एक पूरे परिवार ने ऐसे ऐप्स के जाल में फंसकर आत्महत्या कर ली थी। ये ऐप पूरे समाज, पूरे देश के लिए खतरा हैं। महामारी के बाद लोग जब छोटी-छोटी रकम के लिए परेशान होने लगे थे तब ऐसे ऐप्स ने अपने पांव पसारे।

लोगों को 2 हजार से लेकर 20 हजार तक के लोन बांटें और बदले में लाखों लाख रुपए वसूल किए। इन ऐप्स में से अधिकतर ऐप चीन से संचालित किए जाते हैं और आपका जो डेटा चोरी किया जाता है वो भी चीन पहुंच जाता है। चाइनीज लोन कंपनियां वसूली करने के लिए अपने यहां सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को हायर कर रही हैं। जिनसे फिर वो लोगों की न्यूड फोटो और वीडियो बनवाते हैं। इस काम को करने में AI इनकी मदद करता है।

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बीबीसी इन्वेस्टिगेशन की हाल ही कि एक डाक्यूमेंट्री में कॉल सेंटर के अंदर की हकीकत को भी बेहद बारीकी से दिखाया गया है। इसके लिए कॉल सेंटर में काम कर चुके एक शख्स को अंडरकवर भेजा गया। करीब डेढ़ महीने तक उसने दो कॉल सेंटर्स में काम किया। इस दौरान वहां चल रही हलचल को रिकॉर्ड किया।

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पड़ताल में सामने आया कि कॉल सेंटर में काम करने वाले लोग पहले तो प्यार से बात करते हैं। लेकिन ऐसा दो से तीन बार ही होता है। उसके बाद ये लोग गाली-गलौज पर उतर आते हैं। बीबीसी की पड़ताल के मुताबिक, कॉल सेंटर वाले यहां तक कहते हैं कि अगर लोन नहीं चुका सकते तो अपनी बहन को बेच दो। घर बेच दो। जमीन बेच दो। बीबीसी का ख़ुफ़िया कैमरा नोएडा के जिस कॉल सेंटर पहुंचा था, वहां के एचआर मैनेजर विशाल चौरसिया लोन उगाही के लिए किसी भी हद तक जाने का जिक्र करते हैं।

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आरबीआई ग्राहकों को समय समय पर करता है सतर्क
ऐसे ऐप्स को रोकने के लिए RBI ने गूगल के साथ बात करके 2022 में ऐसे 3500 लोन ऐप्स को प्ले स्टोर से हटवाया  था। गूगल खुद भी ऐसे ऐप्स को चेक करता रहता है और अगर रिव्यू ठीक नहीं है या रेटिंग खराब हैं तो भी गूगल ऐसे ऐप्स को अपने प्लेटफॉर्म्स पर से हटा देता है।

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दिसंबर 2022 में RBI ने ऐसे ऐप्स को लेकर एक चेतावनी भी जारी की थी और लोगों को ऐसे एप्लीकेशन्स से दूर रहने के लिए कहा था। RBI ने कहा था कि लोग, अनवेरीफाइड ऐप्स के साथ अपने डॉक्यूमेंट, अपने KYC शेयर न करें। RBI ने लोगों से ये भी कहा था कि वो धोखाधड़ी करने वाले ऐप्स की जानकारी पुलिस को दें या फिर RBI तक पहुंचाएं। साथ ही RBI ने सचेत के नाम से एक पोर्टल भी शुरु किया है ताकि लोग अपने साथ हुए धोखे की शिकायत यहां कर सकें।

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