नई दिल्ली: बैंकों और IRCTC की खीच-तान में ग्राहकों का नुकसान हो गया। खबर आई है कि छ: बैंकों के कार्ड IRCTC रद्द करने वाला है। इन बैंकों के कार्ड के इस्तेमाल से अब ग्राहक ऑनलाइन टिकट बुक नहीं करना सकेंगे। वहीं खबर जब मीडिया में आई तो कई बैंक मालिकों का कहना है कि IRCTC ने ऐसा कदम इसलिए उठाया है कि ऑनलाइन टिकट पर मिलना वाला सुविधा शुल्क वो बैंकों को ना देकर खुद रखना चाहती है।
IRCTC ने SBI, ICICI सहित 6 अन्य बैंकों के कार्ड से टिकट बुक नहीं कर सकेंगे। अभी केवल इंडियन ओवरसीज बैंक, कैनरा बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक के कार्ड के जरिए आईआरसीटीसी पर पैमेंट की जा सकती है। इसके अलावा किसी भी बैंक के डेबिट कार्ड से पैमेंट नहीं किया जा सकता।
कुछ महीनों से एसबीआई और आईसीआईसीआई समेत 6 अन्य बैंकों के कार्ड से टिकट बुकिंग में समस्या आने लगी थी। कई लोगों ने इसकी शिकायत भी की थी। अब इसे आईआरसीटीसी के इस नए फैसले से जोड़कर देखा जा रहा है।
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बैंकों की ओर से कहा गया कि सामान्य तौर पर जो मर्चेंट होता है वह संबंधित बैंक को पैसा देता है, लेकिन आईआरसीटीसी ने उन्हें कभी भी पैसा नहीं दिया, इस वजह से हम ये राशि ग्राहकों से वसूल रहे हैं। सालों से ये प्रक्रिया ऐसी ही चलती हुई आ रही है।
मर्चेंट जो कार्ड बेस पेमेंट के लिए बैंक की सर्विस का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें एक चार्ज बैंकों को देना होता है, जो मर्चेंट डिस्काउंट अमाउंट (एमडीआर) के रूप में जाना जाता है। बैंकों ने आईआरसीटीसी की मांग मानने से ये कहते हुए इनकार किया था कि मांग मानना मर्चेंट एक्वाइरिंग बिजनेस के सिद्धांतों का उल्लंघन होगा. वर्तमान में बैंकों को 1000 रुपए तक के कार्ड ट्रांजेक्शन पर 0.25 फीसदी और 1000 से 2000 रुपए के ट्रांजेक्शन पर 0.5 फीसदी मर्चेंट डिस्काउंट अमाउंट वसूलने की अनुमति है. ज्यादा रकम के ट्रांजेक्शन पर 1 फीसदी तक एमडीआर लगाया जाता है।