दो केएनजे को नगर परिषद में शामिल करने का विरोध शुरू

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– ग्रामीणों ने दी जिला कलक्ट्रेट के समक्ष विरोध-प्रदर्शन करने की चेतावनी
हनुमानगढ़।
 जिला मुख्यालय की निकटवर्ती ग्राम पंचायत दो केएनजे को नगर परिषद में शामिल करने का विरोध शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने इस पर आपत्ति जताते हुए सोमवार को जिला कलक्ट्रेट के समक्ष विरोध-प्रदर्शन करने की घोषणा की है। इसके लिए तैयारी की जा रही है। ग्राम पंचायत दो केएनजे बचाओ संघर्ष समिति के शेरसिंह शाक्य ने कहा कि ग्रामीणों के करीब तीन साल प्रयास करने के बाद ग्राम पंचायत मक्कासर से अलग कर दो केएनजे को अलग ग्राम पंचायत बनाया गया। अब तक दो केएनजे में कई विकास कार्य हो चुके हैं। ग्राम पंचायत कार्यालय का नया भवन निर्मित हुआ है। सबसे बड़ी बात यह कि ग्राम पंचायत में रहने वाली करीब 80 प्रतिशत आबादी गरीब है। हाल ही में सरकार की ओर से आदेश निकाला गया है कि ग्राम पंचायत दो केएनजे को नगर परिषद में शामिल किया जाए। इसका सबसे बड़ा नुकसान यह होगा कि मनरेगा योजना में काम करने वाली 80 प्रतिशत जनता का रोजगार छीन जाएगा। क्योंकि शहरी क्षेत्र में मनरेगा का कहीं नाम नहीं है। इसके अलावा शहरी क्षेत्र में अतिरिक्त टैक्स लगने से जेब पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। शहरी क्षेत्र में पहले से रहने वाले गरीब परिवारों की हालत बुरी है। जबकि ग्रामीणों के पास आय का कोई निश्चित जरिया नहीं है। वे इस तरह के टैक्स वहन नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि दावा किया जा रहा है कि नगर परिषद क्षेत्र में शामिल होने पर दो केएनजे में विकास कार्य होंगे लेकिन नगर परिषद बने कई साल हो चुके हैं। बावजूद इसके सुरेशिया क्षेत्र, टाउन के 17 एचएमएच में किसी तरह का विकास नहीं हुआ। आज भी इन जगहों पर न तो सडक़ें बनी हैं और न ही नालियां। सिर्फ शहर के पॉश इलाके में विकास की गंगा बह रही है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र में कोई ऐसा प्लाट नहीं बचा जिसे बेचा जा सके। इसलिए अब सरकार व नगर परिषद की मंशा आसपास के ग्रामीण इलाकों को शहरी क्षेत्र में शामिल कर इन गांवों में खाली पड़ी भूमि को नीलामी के जरिए बेचने की है। दो केएनजे की आबादी भूमि के साथ भी काफी जमीनें खाली पड़ी हैं। नगर परिषद में शामिल होने पर इन जमीनों के दाम बढ़ जाएंगे। पुराना नक्शा निकालकर गरीबों के मकान तोड़े जाएंगे। उन्होंने कहा कि परिसीमन में नगर परिषद के वार्ड 60 ही रहेंगे लेकिन जब आसपास का जितना क्षेत्र नगर परिषद में शामिल किया जाएगा तो दो केएनजे को टुकड़े-टुकड़े कर अलग-अलग वार्डांे में बांटा जाएगा। ग्रामीण इसका पुरजोर विरोध करते हैं। इसको लेकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सोमवार को ग्राम पंचायत दो केएनजे के पुरुष व महिलाएं जिला कलक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज करवाएंगे। अगर जरूरत पड़ी तो धरना, भूख हड़ताल जैसे संघर्ष के रास्ते भी अपनाए जाएंगे। लेकिन किसी भी सूरत में ग्राम पंचायत दो केएनजे को नगर परिषद में शामिल नहीं होने देंगे।

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