कृष्ण- सुदामा की मित्रता पर रोचक लघु नाटिका प्रस्तुत की

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संवाददाता भीलवाड़ा। आसींद क्षेत्र में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव महावीर भवन में तपाचार्य साध्वी जयमाला के सानिध्य में तप और त्याग के साथ मनाया गया। धर्मसभा में बालक – बालिकाओं द्वारा कृष्ण – सुदामा पर बहुत ही रोचक नाटक का प्रस्तुतिकरण किया गया। नन्हे नन्हे बालको को परिजन कृष्ण , राधा की पोशाक में लेकर आये , बालको की अठखेलियाँ देखकर सभी प्रभुल्लित हो उठे। साध्वी चंदनबाला ने धर्मसभा में कहा कि भारत की पवित्र भूमि पर हमें नाज है जहाँ पर कई महापुरुषों व शूरवीरों ने जन्म लिया है। हम भाग्यशाली है कि हमारे देश मे जब भी कोई अत्याचार, अन्याय हुआ उस समय महापुरुषों ने जन्म लेकर अत्याचारियों का अंत किया है। संतो की रक्षा करने के लिए व दुष्टों को नष्ट करने के लिए महापुरुषों ने भारत की धरती पर अवतार लिया है। आज ही के दिन गोकुल में भगवान कृष्ण का जन्म हुआ है। कृष्ण – सुदामा की मित्रता को जन्मों जन्मों तक दुनिया याद रखेगी। आजकल की मित्रता में स्वार्थ आने लग गया है। हमें भगवान कृष्ण के बताए हुए मार्ग पर चलकर अपने जीवन को आनंदमय बनाना है। साध्वी ने कहा कि कर्मो के कारण ही भगवान महावीर, भगवान राम आदि अनेक महापुरुषों को कई वर्षों तक जंगल मे रहना पड़ा था। संत जब खुश होते है तो वरदान देते है, नाखुश होते है तो श्राप देते है। भगवान कृष्ण के जन्म के समय पर प्रकृति ने भी बहुत साथ दिया था। आने वाली चौबीसी में कृष्ण महाराज तीर्थकर बनकर आयेंगे। साध्वी आनन्दप्रभा ने कहा कि भगवान कृष्ण के द्वारा दिये गए उपदेशों को जीवन मे उतारे , एक भी उपदेश का मन से पालन कर लिया तो जीवन का कल्याण हो जाएगा। साध्वी विनीतरूप प्रज्ञा, साध्वी डॉ चन्द्र प्रभा के सानिध्य में बालक – बालिकाओं ने कृष्ण – सुदामा पर एक लघु नाटिका प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। आसींद बालिका मंडल एवं संयुक्त मेवाड़ महिला मंडल की प्रमुखा श्री मति कमला चौधरी ने भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर मंगल गीत प्रस्तुत किये तपस्या के क्रम में श्रीमती भावना मेहता ने 7 उपवास के प्रत्याख्यान लिए। बाहर से आये आगन्तुको का संघ द्वारा सम्मान किया गया।

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