शाहपुर-श्री प्रताप सिंह बारहठ राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शाहपुरा भीलवाड़ा में विगत 10 वर्ष से वंदे मातरम लिखा हुआ था जिसे 6 जुलाई 2020 महाविद्यालय बंद होने के बाद महाविद्यालय प्रशासन द्वारा मिटा दिया गया । विद्यार्थियों व क्षेत्रवासियों द्वारा आवाज उठाने गई व पुन: वंदे मातरम् लिखने के लिए कहा गया । पर महाविद्यालय प्रशासन द्वारा अभी तक वंदे मातरम नहीं लिखा गया । इससे समस्त क्षेत्र में भारी आक्रोश है । विद्यार्थियों व क्षेत्र वासियों द्वारा राज्यपाल को वंदे मातरम पोस्टकार्ड लिखे गए ।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आसाराम धाकड़ ने बताया कि महाविद्यालय प्रशासन द्वारा हर वर्ष छात्र संघ कार्यकारिणी व उसके साथ लिखे नामों को मिटा जाता है परंतु छात्रसंघ कार्यालय को छोड़कर अन्य दीवार पर 10 वर्ष से लिखे हुए वंदे मातरम को घृणा पूर्वक देश विरोधी भावना का परिचय देते हुए चुन-चुन के मिटाया गया । हिंदू युवा वाहिनी जिला संयोजक राहुल बोहरा ने बताया कि इस घटना द्वारा क्रांतिकारियों की धरती पर वंदे मातरम को मिटाकर छोटी सी उम्र में देश के लिए बलिदान होने वाले कुंवर प्रताप सिंह जी बारहठ के नाम को कलंकित किया गया और इससे देश विरोधी ताकतों का हौसला बढ़ता है समस्त क्षेत्र में भारी आक्रोश है । उक्त घटना आक्रोशित विद्यार्थियों व क्षेत्रवासियों ने राज्यपाल महोदय को वंदे मातरम पोस्टकार्ड लिखें वह जिम्मेदार कॉलेज प्रशासन पर तुरंत प्रभाव से कार्यवाही कर जिम्मेदार अधिकारी को बर्खास्त करें व वंदे मातरम को पुन: लिखाया जाए । इस के साथ शिवसेना तहसील संयोजक राहुल धाकड़, युवराज रेगर, नरेश खटीक, छात्रसंघ अध्यक्ष सुमित पारीक, पूर्व छात्रसंघ सचिव जगदीश प्रजापत, आलेश सुखवाल, कालू गुर्जर, मुरली शर्मा, सांवरा कुमावत, रवि तेली, अशोक सिंह, चैनसुख धाकड़, प्रवीण पारीक सहित कई लोगों ने पोस्टकार्ड लिखे ।
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