ओजस्वी पार्टी सन 2011 में पंजीकृत की गई थी पर आपने अभी तक इसका नाम नहीं सुना होगा, सुनते भी कैसे अभी तक इन्होने कही पर चुनाव तो लड़ा ही नहीं हैं । इस बार उत्तरप्रदेश और पंजाब के चुनाव में आप इस पार्टी के उम्मीदवारों को भी वोट मांगते हुए देख सकते हैं । ये पार्टी रेप के आरोपित आसाराम के बेटे और खुद भी रेप के आरोपित नारायण साईं की हैं ।
ओजस्वी पार्टी पूर्वांचल की 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। नारायण साईं वाराणसी की शिवपुर और गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट से चुनाव लड़ेंगे। वरुणापुल इलाके में पार्टी दफ्तर का शुभारंभ करने पहुंचे ओजस्वी पार्टी के यूपी महासचिव सतीश चंद्र सिंह ने शुक्रवार को बताया कि पार्टी की ओर से 19 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की गई है।
यूपी सचिव धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि नारायण साईं ने 2011 में ओजस्वी पार्टी बनाई थी, लेकिन पहली बार यूपी और पंजाब विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार खड़े किए जा रहे हैं। भारतीय निर्वाचन आयोग में पंजीकृत पार्टी के उम्मीदवारों के लिए यूपी में टेंट और पंजाब में बांसुरी चुनाव चिन्ह आंवटित है।
शिवपुर सीट अहम
शिवपुर विधानसभा क्षेत्र में आसाराम और नारायण साईं के भक्तों की खासी संख्या है। इसी इलाके में काफी समय से आश्रम और स्कूल भी चल रहा है। सूरत के लाजपोर सेंट्रल जेल में 2013 से बंद नारायण साईं ने चुनाव लड़ने के लिए कोर्ट में अंतरिम जमानत की अर्जी दी है।
ये खबर पढ़ कर आप भी वो ही सोच रहे हैं कि राजनीति ही एक ऐसी मंजिल हैं जहाँ पर आकर रास्ते खत्म होते हैं अर्तार्थ जब आपका कोई भी दाव न लगे तो आखरी दाव राजनीति में आजमा लो ।