इन 7 कारणों की वजह से चर्चा में है ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के पहले फेज़ का उद्घाटन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सबसे हाईटेक ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित करेंगे। 11,000 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे कुल 135 किलोमीटर का है। एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने यहां पर रोड शो किया।

ये हैं ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे की खासियतें:-

1) 135 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद, फरीदाबाद, पलवल और ग्रेटर नोएडा के बीच सिग्नल फ्री कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा।

2) इस एक्सप्रेस-वे पर लाइटिंग की पूरी सुविधा सोलर पैनल के जरिए की जाएगी। यही नहीं इसका दृश्य भी बेहद सुंदर होगा क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे के किनारों पर तकरीबन 2.5 लाख पेड़ लगाए जाएंगे।

3) अब तक यूपी से हरियाणा और हरियाणा से यूपी जाने वाले तकरीबन दो लाख वाहन प्रतिदिन दिल्ली से होकर सफर करते थे। इसके शुरू होने पर ये वाहन दिल्ली को बाईपास कर निकलेंगे, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी।

4) नेशनल एक्सप्रेस-वे 2 कहे जाने वाले इस मार्ग पर पेट्रोल पंप, रेस्ट एरिया, होटल, रेस्तरां, दुकानों और रिपेयर सर्विसेज की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

5) हर 500 मीटर की दूरी पर रेनवॉटर हार्वेस्टिंग की भी व्यवस्था होगी। ड्रिप इरिगेशन की तकनीक के चलते इस पानी से ही पेड़ों की सिंचाई भी होगी।

6) स्वच्छ भारत मिशन को ध्यान में रखते हुए हर 2.5 किलोमीटर की दूरी पर टॉयलेट्स बनाए गए हैं। इस पूरे मार्ग पर 6 इंटरचेंज, 4 फ्लाईओवर, 71 अंडरपास और 6 आरओबी हैं. इसके अलावा यमुना और हिंडन पर दो बड़े पुल हैं।

7) इनता ही नहीं, दिल्ली का ट्रैफ़िक क़रीब 27 फ़ीसदी कम हो जाएगा। रोज़ाना क़रीब 50 हज़ार वाहन बिना दिल्ली आए हरियाणा से यूपी चले जाएंगे।

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