बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना मनमोहन सिंह से सीखें: पीएम मोदी

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नई दिल्ली: बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा में हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोटालों का जिक्र करते हुए कहा, बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना मनमोहन सिंह से सीखें। पीएम मोदी ने कहा कि 30-35 सालों से आर्थिक फैसलों में मनमोहन सिंह की भूमिका रही। इतने घोटाले सामने आए लेकिन मनमोहन सिंह पर दाग नहीं लगा।

मनमोहन पर पीएम मोदी की टिप्पणी के बाद सदन में जोरदार हंगामा हुआ और कांग्रेस के सांसदों ने सदन से वॉक आउट किया। मोदी ने रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डी. सुब्बाराव की बुक ‘Who Moved My Interest Rate’ को कोट करते हुए कहा कि पूर्व फाइनेंस मिनिस्टर पी. चिदंबरम ने आरबाईआई के काम में दखल दिया था।

पीएम मोदी ने नोटबंदी को लेकर कहा कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय भी इसका प्रस्ताव आया था, लेकिन उन्होंने इसे लागू नहीं किया। उन्होंने गोडबोले की किताब का हवाला देते हुए कहा कि इंदिराजी के समय अगर ऐसा हो गया रहता कई सारी दिक्कतें दूर हो गई होती। उन्होंने पूछा कि गोडबोले की किताब के खिलाफ आवाज क्यों नहीं उठाई गई?

उन्होंने कहा कि नोटबंदी की वजह से न सिर्फ समानांतर अर्थव्यवस्था ध्वस्त हुई, बल्कि आतंकवाद और नक्सलवाद पर भी लगाम लगी है। नोटबंदी के बाद 30-40 दिनों में 700 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि दुनियाभर में कहीं इतना बड़ा फैसला नहीं लिया गया था। इस फैसले से देश में आर्थिक स्वच्छता का नया अभियान शुरू हो गया है।

मोदी ने कहा, ”किसी भी बच्चे को पूछो कि स्कूल नहीं जाते हो? वो कहेंगे कि रोज जाता हूं। ये उसे भी मालूम है और मुझे भी मालूम है कि वो संडे को नहीं जाता। इसी तरह कैशलेस का मतलब है कि धीरे-धीरे समाज को उस दिशा में ले जाना। दुनियाभर में आज भी बैलेट पेपर पर चुनाव होता है। यही वो देश है कि यहां बटन दबाकर वोट डाला जाता है। असुविधा है, तकलीफ है, इसलिए छोड़ देना ठीक नहीं होगा।”

”भीम एप में एक नए पैसे का खर्च नहीं। एक रुपए का कमीशन किसी बैंक को नहीं जाता। जब दुनिया इस तरफ बढ़ रही है तो भारत को पीछे रहने का कोई कारण नहीं है।” ”जनधन अकाउंट के साथ 21 करोड़ रु कार्ड दिए गए हैं। जेब में एक कार्ड होगा एक वर्ग के लिए प्रेस्टिजियस विषय बन गया है। हमने समाज के लोगों की छोटी-छोटी उम्मीदों को पूरा किया है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए हमने हर साल 50 हजार करोड़ रुपए का लीकेज बचाया है। बिचौलियों की भूमिका खत्म कर दी है।”इस सरकार ने डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल बनाया। बैंकिंग में प्रोफेशनलिज्म लेकर आए। उसमें भर्ती के लिए बोर्ड बनाया।”