हनुमानगढ़। जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने कहा जिले को हरा-भरा रखने और पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए पेड़ लगाना अत्यंत आवश्यक है। इसीलिए सभी को पेड़ लगाने की पहल करते हुए उन्हे जीवित रखने की कोशिश करनी चाहिए। सोमवार को जिला वन कार्यालय में आयोजित अन्तर्राष्टीय वन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर यह बात कही। महोत्सव की अध्यक्षता संभागीय मुख्य वन संरक्षक जयप्रकाश मूंड ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला अंहिसा बोर्ड के संयोजक तरूण विजय शामिल हुए। जिला वन अधिकारी करण सिंह काजला ने जिला कलक्टर का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि डीएमएफटी मद से नोहर के नर्सरी सोनड़ी में सुदृढीकरण हेतु सोलर पावरड इरिगेशन एवं फटिगेशन सिस्टम एवं हनुमानगढ़ में नर्सरी सुदुढीकरण के पांच लाख रूपये एवं वाईडलाईफ के रेस्क्यु ऑपरेशन हेतु एक वाहन खरीदने हेतु 12 लाख रूपये की स्वीकृती दिलवाने पर धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होने बताया कि उक्त सहयोग से संकट में वन्यजीवों को सहयता मिलेगी व शिकार पर भी रोकथाम लगेगी। जिला कलक्टर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा औषधि पौधों के वितरण का कार्यक्रम चलाया था उसका मुख्य उद्देश्य हमारी प्रकृति के चिकित्सा रूप को आमजन को समझाना था। उन्होने कहा कि सरकार ऐसे अभियान चलाकर आमजन को जागरूक तो कर सकती है परन्तु उन्हे अमल में लाना आमजन को खुद स्वीकार करना होगा । उन्होने कहा कि वन विभाग द्वारा तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय और कालमेघ जैसे पौधों का वितरण किया गया था उसी क्रम को निरन्तर इस वर्ष भी जारी रखा जायेगा। लोगों की प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह योजना चलाई गई थी परन्तु यह तभी सफल हो पायेगी जब आमजन अपना सहयोग इसमें देगे। संभागीय मुख्य वन संरक्षक जयप्रकाश मूड ने बताया कि वृक्ष जीवन का आधार होता है, इसका मानव जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है, वृक्षो से हमें इतनी बड़ी मात्रा में आक्सीजन प्राप्त होती है जो मानव के लिए उपयोगी है। उन्होंने कहा कि हमें स्वप्रेरणा से पौधरोपण के प्रति जागरूक होना चाहिए। जहां जंगल है वहां शुध्द हवा-पानी के अलावा वृक्षों कंदमूल, फलफूल अनेक प्रकार के औषधियां वनोपज के रूप में प्राप्त होती है। वनोपज के लिए प्रदेश के आदिवासी क्षेत्र बस्तर एवं सरगुजा अंचल काफी प्रसिध्द है। हम सभी नागरिकों का नैतिक दायित्य है कि इन पौधों को संरक्षित एवं सुरक्षित रखें। जिला अंहिसा बोर्ड के संयोजक तरूण विजय ने वन विभाग द्वारा पौधे लगाने का कार्य किया जा रहा है। काफी सराहनीय है। प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए हम सबको वृक्ष लगाना चाहिए। उन्होंने वृक्ष के महत्व एवं परोपकार को प्रतिपादित किया और कहा कि पर्यावरण सुरक्षा और परोपकार भावना प्राणवायु प्रदान करने वाले वृक्ष की सुरक्षा करना हम सभी कर्तव्य है। उन्होंने उपस्थित समुदाय से भी आग्रह किया कि वे अपने घरों में पेड़ लगाए। पेड़ का महत्व मानव जीवन में सबसे अधिक है और यह मनुष्य के लिए अत्यंत आवश्यक ऑक्सीजन प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में वृक्षारोपण करने से यह क्षेत्र हरा-भरा बनेगा, पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन मिलेगा। उन्होंने सभी से आग्रह करते हुए कहा कि प्रकृति को सजाने, सुसज्जित करने के लिए पर्याप्त संख्या में पेड़ पौधे लगाकर उसकी समुचित रक्षा करें। जिला वन अधिकारी करणसिंह काजला ने वन विभाग की योजनाओं को जमीनी स्तर पर मूर्त रूप देने वाले एसीओ राजीव गुप्ता, क्षेत्रीय वन अधिकारी शंकरलाल स्वामी, रणवीर मील की सराहना की। इस मौके पर पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले मानव उत्थान सेवा समिति, मांगीलाल बिश्नोई, महात्मा गांधी राउमावि रतनपुरा, ग्राम पंचायत मुण्डा, नगरपरिषद हनुमानगढ़, महावीर बिश्नोई, नितिन चुघ, रणवीर सिंह, इन्द्राज खिलेरी, हरप्रीत सिंह, स्वर्णकौर को अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
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