शत्रुघ्न सिन्हा ने Modi App के सर्वे पर उठाए सवाल, सोशल मीडिया पर हुआ जमकर विरोध

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दिल्ली: भाजपा सांसद और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले पर मोबाइल एप के जरिए जनता की राय जानने को स्वंय का निहित स्वार्थ बताते हुए निशाना साधा। टि्वटर सिन्हा ने लिखा कि आपात परिस्थितियों के लिए जमा की गई माताओं और बहनों की कमाई को कालाधन नहीं कहा जा सकता। सिन्हा ने एक साथ तीन ट्वीट्स किए थे।

लेकिन बाद में जब इन ट्वीट्स को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद पैदा हुआ तो उन्होंने दो ट्वीट्स डिलीट कर दिए। इन दो ट्वीट्स में उन्होंने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले और नरेंद्र मोदी ऐप के सर्वे पर सवाल उठाए थे। हालांकि, उन्होंने तीसरा ट्वीट डिलीट नहीं किया, जिसमें उन्होंने महिलाओं द्वारा आपात समय के लिए जमा किए गए रुपयों को कालाधन से तुलना नहीं करने की अपील की है।

सिन्हा ने कई सारे ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘मूर्खों की दुनिया में जीना बंद करें। ये मनगढ़ंत कहानियां और सर्वे निहित स्वार्थों के लिए किया गया है। इस मुद्दे की गहराई में जाएं। गरीबों, परेशान, मतदाताओं, समर्थकों और महिलाओं के तकलीफ को समझना चाहिए। इमरजेंसी के लिए जोड़ी गई माताओं और बहनों की कमाई की तुलना काले धन से नहीं की जानी चाहिए।’

सिन्हा ट्वीट..जिसमें से कुछ डिलीट किए जा चुके हैं
सिन्हा ट्वीट..जिसमें से कुछ डिलीट किए जा चुके हैं

आपको बता दें पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने नोटबंदी के फैसले पर एक मोबाइल एप सर्वे किया था। इस सर्वे का रिजल्ट उन्होंने एक दिन बाद बुधवार को जारी किया। जिसमें बताया गया कि 90 फीसदी लोगों ने नोटबंदी के फैसले का समर्थन किया है। हालांकि, विपक्षी दलों ने पीएम मोदी के इस सर्वे का विरोध किया।

महज 24 घंटे में 5 लाख लोगों के मोनेटाइजेशन के सर्वे में भाग लेने और 90 फीसदी लोगों द्वारा उसका समर्थन करने पर बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने उस सर्वे को फेक करार दिया है। मायावती ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री में दम है तो वे लोकसभा भंग कर चुनाव कराएं असली सर्वे तभी सामने आएगा।