हनुमानगढ़। सरस्वती कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत नशा मुक्ति जागरूकता रैली व सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार को संबोधित करते हुए महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. श्यामसुन्दर शर्मा ने कहा कि नशा एक मकड़ी के जाल की तरह है। इसमें व्यक्ति एक बार फंस जाता है तो मरने के बाद ही उसका पीछा छूटता है। नशे रूपी बीमारी ने युवाओं को अपने जाल में फांस लिया है। आज युवा नशे की ओर तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। युवाओं को नशे के प्रति जागरूक करने की आवश्कता है। उन्होंने विभिन्न प्रकार के नशे जैसे कि गुटखा, खैनी, जर्दा, सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू, शराब, चरस, गांजा, अफीम से शरीर पर होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में विस्तार से बताया गया। नशा मुक्ति को लेकर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।
प्रदर्शनी के माध्यम से विद्यार्थियों को नशों से होने वाली हानियों के बारे में और गहराई से पता चला। एनएसएस प्रभारी सुलोचना बेनीवाल व प्रियंका तंवर ने अपने संबोधन में कहा कि नशा देश के युवाओं को खोखला करता जा रहा है। युवाओं को नशे की हानियों के बारे में जागरूक करना चाहिए। पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रानी चहल ने कहा कि 80 प्रतिशत अपराध नशे के कारण हो रहे हैं। लोग नशे में अपराध कर बैठते है और उसके बाद सारी उम्र पश्चाताप करते रहते हैं। नशे की बुराई का एकजुट हो सामना करने की आवश्यकता है। अभियान के तहत संयुक्त रैली निकाल कर आमजन को जागरूक किया गया।
रैली के माध्यम से आमजन को नशा मुक्ति अभियान के तहत नशे की लत के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया गया। प्राचार्य डॉ. श्यामसुन्दर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व में रोजाना सैकड़ों लोग नशे की लत के कारण अपनी जान गवां रहे है। युवाओं में नशे की लत हमारे समाज को खोखला कर रही। इसलिए हमारा का कर्तव्य है कि हम अपने समाज के लोगों को जागरूक करें तथा नशा मुक्त भारत के निर्माण में अपना योगदान दे।
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