हनुमानगढ़। एसबीआई ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान हनुमानगढ़ की और से चलाये जा रहे ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के अधीन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बैक मित्र (वनजीपी वनबीसी) के प्रशिक्षण के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई महिलाओं को वितीय समावेशन व मिनी बैक के रूप में कार्य करने के लिये छह दिवसीय बैक मित्र आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका समापन आज हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरसेटी निदेशक सी.एस. परमार ने की। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ की गई। निदेशक सीएस परमार ने बताया कि उक्त प्रशिक्षण की ऑनलाइन परीक्षा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस मुम्बई द्वारा ली गई जिसमें समस्त 11 प्रशिक्षणार्थियों ने सफलतापूर्वक परीक्षा में शत प्रतिशत परिणाम प्राप्त किया। उन्होने बताया कि सभी प्रशिक्षणार्थियों को आरसेटी के सहयोग से वित्तीय संस्थानों द्वारा ऋण दिलवाकर आत्मनिर्भर बनाने में और कियोस्क संचालन करवाने में हर संभव मदद की जायेगी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के कमजोर तबके के लोगों को बैक के उत्पादों व सरकारी योजनाओं की जागरूकता सृजन करना तथा धनराशि का प्रबंधन करना, सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं एवं ऋण परामर्श के मामलों में शिक्षा, सलाह प्रदान करना व लाभ दिलाना बैंक मित्र का मुख्य उद्देश्य है। उन्होने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक ग्राम पंचायत तक बैंक की योजनाओं से आमजन को जागरूक करना है जिसके लिये उक्त प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया गया है।
उन्होने बताया कि बैक की अनेकों योजनाएं है जो जनकल्याणकारी है परन्तु उन योजनाओं की जानकारी से वंचित रहने के कारण आमजन उसका लाभ नही ले पा रहे जिसके लिये बैक द्वारा विशेष तौर पर उक्त प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें गांवों के बीच में से कुछ महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है जो लोगों को उनकी भाषा के अनुसार सरल रूप से जानकारी उपलब्ध करवाकर उन्हे बैक की योजनाओं का लाभ दिलवायेगे जिससे ग्रामीण क्षेत्र के बैकिंग से वंचित लोगों को बैकिंग का लाभ मिलेगा। ज्ञात रहे कि उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने संस्थान में आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसके दौरान निःशुल्क भोजन व रहने की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रशिक्षणार्थियों को अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और सभी उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि अपने क्षेत्र के ग्रामीण महिलाओं को आरसेटी के माध्यम से चलाये जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़े ताकि वह अपना स्वरोजगार स्वयं कमा सके और सक्षम बन सके। निकट भविष्य में संस्थान में महिलाओं हेतु ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण व वूमेन्स टेलर प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं पुरूषो हेतु बकरीपालन, डेयरी फार्मिग आदि के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जायेगे जिसके लिये रजिस्ट्रैशन जारी है। इस मौके पर स्टॉफ सदस्य अनिल राठौड़, गणेशराम, रितिक अरोड़ा मौजूद थे।
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