केरल के बाद राजस्थान समेत इन राज्यों में बढ़ी मौत के वायरस की दहशत, अबतक 11 की मौत

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जयपुर: केरल में निपाह वायरस से 11 लोगों की मौत की खबर के बाद देशभर में दहशत का साया है। केरल के अलावा चार अन्य राज्यों में भी निपाह को लेकर सावधानी बरतने के लिए एडवाइजरी और अलर्ट जारी किए गए हैं। इनमें राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, गोवा और तेलंगाना शामिल हैं। केरल सरकार ने लोगों को चार जिलों कोझिकोड, मलापुरम, वायनाड और कन्नूर में नहीं जाने की सलाह दी है।

इन चारों जिलों में निपाह का सबसे ज्यादा संक्रमण देखा जा रहा है। गौरतलब है कि सुअर और चमगादड़ से फैलने वाले इस वायरस से पीड़ित व्यक्ति का कोई इलाज नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक पीड़ित लोगों की मौत का प्रतिशत 70 तक है।

कर्नाटक में निपाह वायरस फैला-
केरल के पड़ोसी राज्य कर्नाटक में दो बीमारों में वायरस पीड़ितों जैसे लक्षण दिखने के बाद सतर्कता बढ़ा दी गई है। गोवा में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। तमिलनाडु के केरल से सटे जिलों में भी सावधानी बरती जा रही है। दुर्लभ किस्म के निपाह वायरस का प्रकोप केरल में नियंत्रित हो गया है लेकिन खतरा बना हुआ है। केरल से कर्नाटक के मंगलौर पहुंचे 75 वर्षीय बुजुर्ग और 20 वर्षीय युवती में बुखार के बाद वायरस का प्रभाव दिखने के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। दोनों के बेड अलग करके उनके इलाज में बेहद सावधानी बरती जा रही है। केरल से आने वाले अन्य लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।

राजस्थान में अलर्ट जारी-
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने अलर्ट जारी करते हुए केरल से राजस्थान या राजस्थान से केरल जाने वाले लोगों स्वास्थ्य जांच का आदेश दिया है। ताकि समय रहते हुए इस बीमारी से बचा जा सके। इसके अलावा सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह अपने आस-पास कच्ची बस्ती आदि लोगों तक इस बीमारी की जानकारी दे। ताकि उन्हें समय रहते हुए इन बीमारी से दूर रखा जा सके।

नर्स लिनी की मौत के बाद विदेशी कारोबारी ने की मदद-
निपाह वायरस से पीड़ित 12 लोग कोझिकोड मेडिकल कालेज में भर्ती हैं। उधर, केरल सरकार ने पीड़ितों के उपचार से वायरस की चपेट में आने से मौत का शिकार हुईं नर्स लिनी के पति को सरकारी नौकरी की पेशकश की है। लिनी जिले के पेराम्बरा तालुक अस्पताल में कार्यरत थीं और निपाह वायरस पीड़ितों का उपचार कर रही थी। वहां वायरस की चपेट में आने से उनकी भी मौत हो गई थी। लिनी के पति अभी अरब में नौकरी कर रहे हैं। वहीं, दुबई के एक कारोबारी ने लिनी के बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने का ऐलान कर दिया है।

मारे जा रहे हैं चमगादड़-
हिमाचल प्रदेश के नाहन जिले में भी दहशत में फैल गई है। यहां पर एक सरकारी स्कूल में 18 चमगादड़ मरे हुये मिले हैं। लोग इसलिये डरे हुये हैं क्योंकि निपाह वायरस चमगादड़ से ही फैलता है। इससे पहले केरल में भी चमगादड़ों के मारने की खबर मिली थी।

क्या है निपाह वायरस के लक्षण:
तेज बुखार, सिर में भयानक दर्द, सांस लेने में तकलीफ, मतिभ्रम होना, कोमा में जाना जैसे लक्षण इसके कारण होते हैं।

क्या होता निपाह वायरस:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के मुताबिक, निपाह वायरस चमगादड़ से फलों में और फलों से इंसानों और जानवरों पर आक्रमण करता है। 1998 में पहली बार मलेशिया के कांपुंग सुंगई निपाह में इसके मामले सामने आए थे। इसीलिए इसे निपाह वायरस नाम दिया गया। पहले इसका असर सुअरों में देखा गया।

बीमारी से बचने के उपाय-
इस बीमारी से बचने के लिए फलों, खासकर खजूर खाने से बचना चाहिए। पेड़ से गिरे फलों को नहीं खाना चाहिए। बीमार सुअर और दूसरे जानवरों से दूरी बनाए रखनी चाहिए। फिलहाल इसका ये ही एक उपाय बताया गया है।

कब कहां हुई थी ये बीमारी-
दो दशक पहले 1998 में मलेशिया के कामपुंग सुंगाई निपाह गांव के सुअरों में इस वायरस की पहली बार पहचान की गई। एक व्‍यक्ति की इस वायरस की चपेट में आने से मौत हो गई। इस कारण इसका नाम निपाह वायरस(Nipah Virus) पड़ गया। उसी दौरान यह संक्रामक बीमारी सिंगापुर में भी फैली। उसके बाद 2004 में बांग्‍लादेश में यह फैली और अब केरल में फैलनी की खबर है।

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