हनुमानगढ़। भारतमाला 754 संघर्ष समिति ने गुरुवार को जिला कलक्टर को किसानों के साथ हुए समझौते को ईमानदारी से लागू करने की मांग को लेकर अध्यक्ष दिलीप छिम्पा व प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि किसानों ने माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर अपनी जमीन एनएचआई को सौंप दी है परन्तु एनएचआई के साथ हुई वार्ता में खेत में आने जाने के लिये रास्ता व पानी लगाने के लिये खालों की सुव्यवस्थित व्यवस्था करने का समझौता हुआ था जिसे एनएचआई के अधिकार लागू नही कर रहे साथ ही पुराने बने खालों को क्षतिग्रस्त कर रहे है। प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि एनएचआई द्वारा खालों को क्षतिग्रस्त करने के पश्चात किसानों को आगामी फसल बुवाई के समय पानी का आवश्यकता होगी जिसकी भरपाई करवाने के लिये बुवाई से पूर्व खालों का निर्माण होना अतिआवश्यक है अन्यथा किसानों की फसल बर्बाद हो जायेगी। उन्होने कहा कि अगर एनएचआई अपनी हठधर्मिता को नही त्यागेगी तो किसानों को पूर्व में किये गये आन्दोलन को पुनः अपने हकों के लिये शुरू करना पड़ेगा। उन्होने कहा कि समझौता वार्ता में अनेकों शर्ताे पर सहमति बनी थी परन्तु एनएचआई किसानों को कमजोर समझने की भूल करते हुए एक भी शर्त को पूरा नही कर रही है। किसानों की एकता के आगे केन्द्र सरकार को भी झुकना पड़ा है और अगर एनएचआई किसानों की मांगों को पूरा नही करेगी तो उन्हे फिर से हरियाणा व राजस्थान के किसानों के एक बड़े आन्दोलन का सामना करना पड़ेगा। इस मौके पर उग्रसैन भादू, दलीप छिम्पा, सुरेन्द्र शर्मा, नंदलाल लिम्बा, बीरबल दास, गांधी गोदारा, मोहन जाखड़, जगदीश लिम्बा, मांगीलाल, बीरबल दास, बनवारी दास आदि किसान मौजूद थे।
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