इस्लामाबाद: बड़बोले पाकिस्तान को आखिरकार समझ आ गया कि अगर उसे भी अस्तित्व में रहना है तो उसे आंतकवाद से निपटना पड़ेगा। खबर है कि लंबी बैठक के बाद पाकिस्तान पी.एम नवाज शरीफ की सरकार ने पहली बार आतंकियों का मुद्दा उठाते हुए मिलिट्री लीडरशिप को सख्त वॉर्निंग दी है। उन्होंने कहा है कि आतंकियों का सफाया करना बहुत जरूरी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक
पाक मीडिया ‘द डॉन’ के मुताबिक, पाकिस्तान में हुई हाईलेवल मीटिंग में नवाज सरकार ने कुछ प्लान तैयार किए है। जिसके मुताबिक, आईएसआई के डीजी जनरल रिजवान अख्तर और पाक एनएसए नसीर जंजुआ 4 प्रॉविन्स का दौरा कर प्रॉविंशियल कमेटियों और आईएसआई के सेक्टर कमांडर्स से मुलाकात करेंगे। पाक सरकार ने साफ कर दिया है कि आतंकी गुटों पर कार्रवाई में मिलिट्री और इंटेलिजेंस कोई दखलअंदाजी न करें।
पठानकोट हमले की नए सिरे से जांच करने के आदेश
मीटिंग में पाक पी.एम नवाज ने पठानकोट हमले की नए सिरे से जांच करने के आदेश देने के साथ ही रावलपिंडी की एंटी-टेररिज्म कोर्ट में चल रहीं मुंबई हमले की ट्रायल भी दोबारा शुरू करने के आदेश दिए। बता दें कि उड़ी हमले के बाद भारत ने पाक को दुनिया से अलग-थलग करने की नीति अपनाई थी। इसमें तब बड़ी कामयाबी मिली थी जब 8 में से 5 देशों ने पाक का साथ छोड़ नवंबर में पाक में होने वाले सार्क समिट में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया था।