कृष्ण जन्म पर नंद बाबा की खुशी का वृतांत सुनाया

0
58

हनुमानगढ़ टाउन की फाटक गौशाला, बरकत कॉलोनी में श्री गो सेवा संस्थान द्वारा गोसेवार्थ श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन दिनांक 23 अगस्त 2024 से 29 अगस्त 2024 तक किया जा रहा है। इस मौके पर श्री गौ सेवा संस्थान के अध्यक्ष मुरलीधर अग्रवाल ने बताया यह कथा गोसेवार्थ की जा रही है,श्रीमद् भागवत कथा में कथावाचक राजाराम दसोड़ी ने पंचम दिवस की कथा प्रारंभ करते हुए कृष्ण जन्म पर नंद बाबा की खुशी का वृतांत सुनाते हुए कहा कि जब प्रभु ने जन्म लिया तो वासुदेव जी कंस कारागार से उनको लेकर नन्द बाबा के यहाँ छोड़ आये और वहाँ से जन्मी योगमाया को ले आये। नंद बाबा के घर में कन्हैया के जन्म की खबर सुनकर पूरा गोकुल झूम उठा।

उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण के पैदा होने के बाद कंस उसको मौत के घाट उतारने के लिए अपनी राज्य की सर्वाधिक बलवान राक्षसी पूतना को भेजता है। पूतना वेश बदलकर भगवान श्रीकृष्ण को अपने स्तन से जहरीला दूध पिलाने का प्रयास करती है। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण उसको मौत के घाट उतार देते हैं। उसके बाद कार्तिक माह में ब्रजवासी भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए पूजन का कार्यक्रम करने की तैयारी करते हैं। भगवान कृष्ण द्वारा उनको भगवान इंद्र की पूजन करने से मना करते हुए गोवर्धन महाराज की पूजन करने की बात कहते हैं। इंद्र भगवान उन बातों को सुनकर क्रोधित हो जाते हैं। वह अपने क्रोध से भारी वर्षा करते हैं।

जिसको देखकर समस्त ब्रजवासी परेशान हो जाते हैं। भारी वर्षा को देख भगवान श्री कृष्ण गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा अंगुली पर उठाकर पूरे नगरवासियों को पर्वत के नीचे बुला लेते हैं। जिससे हार कर इंद्र एक सप्ताह के बाद वर्षा को बंद कर देते हैं। जिसके बाद ब्रज में भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन महाराज के जयकारे लगाने लगते हैं। मौके पर भगवान को छप्पन भोग लगाया गया।  कथावाचक इस दिन कलयुग की महिमा का भी वर्णन करते हैं. वे बताते हैं कि कलयुग में मानस पुण्य तो सिद्ध होते हैं, लेकिन मानस पाप नहीं होते. कलयुग में हरी नाम से ही जीव का कल्याण हो जाता है. इसके लिए कठिन तपस्या और यज्ञ आदि करने की आवश्यकता नहीं है । इस अवसर पर भजन गायक गुरपाल सिंह ने सुन्दर सुन्दर भजन गाकर श्रदालुओं को नाचने पर विवस कर दिया ।

कथा के मुख्य यजमान रतनलाल अजीतपुरीया थे व पुजा अर्चना मुरलीधर  गर्ग, विपिन गोयल, अमित गोयल , हिमांशु मदान  ने सपरिवार की । पं रामनारयण शास्त्री के सान्धिय में पं राधेश्याम,पं सुन्दर पाल, पं गणेश जी, पं मनीराम के द्वारा मंत्रोचार्णनो के साथ करवाई गई। कथा रोजाना दोपहर 2.15 बजे से प्रभु इच्छा तक होगी, इसके साथ साथ प्रतिदिन प्रात 5.15 बजे प्रभात फेरी फाटक गौशाला से निकाली जा रही है । कथा का समापन 29 अगस्त 2024 को होगा व 30 अगस्त 2024 को पूर्णाहुति एवं महाप्रसाद प्रातः 8.00 बजे होगा। आज की कथा के समापन पर व्यापार संघ संस्था,प्राचीन श्री सुंदरकाण्ड मित्र मंडल,प्रभात फेरी के सदस्यों द्वारा आरती की गई । इस कथा में नरोतम सिंगला,मनोज सरावगी, नवीन बंसल,लव कुमार, रीटा चावला,मीरा बाई,प्रेम तावनीया, नवीन गर्ग,प्रियका ग्रेवाल आदि सहयोग कर रहे है।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।