गुजरात के बाद कर्नाटक के मंदिर में पहुंचे मोदी, चुनावी कैंपेन शुरू किया

एक महीने में चौथी बार मंदिर पहुंचे मोदी, तीसरी बार किसी शिव मंदिर गए

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कर्नाटक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर किसी राज्य में भाजपा का चुनावी अभियान मंदिर में पूजा-पाठ करके शुरू किया। रविवार को वह कर्नाटक पहुंचे। यहां उन्होंने मंगलुरू इलाके में विश्व प्रसिद्ध श्री मंजुनाथ (शिव) मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद उजीर में पहली जनसभा को संबोधित किया।

भाषण की शुरुआत ‘नमो मंजुनाथाय’ बोलकर की। यूपी और गुजरात में भी मोदी ने चुनावी अभियान मंदिर में पूजा करके शुरू किया था। मोदी पिछली बार 20 अप्रैल को कर्नाटक आए थे, तब वो यहां लिंगराज मंदिर में गए थे। इससे पहले मार्च में यूपी चुनाव के तुरंत बाद गुजरात में सोमनाथ मंदिर में पूजा-पाठ करने पहुंचे थे।

इस महीने में यह तीसरा मौका है, जब वह भगवान शंकर की शरण में पहुंचे हैं। इससे पहले वह 8 अक्टूबर को गुजरात के हटकेश्वर मंदिर गए थे। 20 अक्टूबर को उत्तराखंड के केदारनाथ में थे। इससे पहले 7 अक्टूबर को द्वारकाधीश भी गए थे।

उन इलाकों में रैली की, जहां पिछली बार हार हुई थी

महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा क्षेत्र- कर्नाटकका बीदर जिला महाराष्ट्र से सटा हुआ है। यहां से मोदी ने बीदर-कलबुर्गी रेललाइन का उद्धाटन किया। महाराष्ट्र और कर्नाटक सीमा से सटे इस इलाके में करीब 56 विधानसभा सीट हैं। पिछले चुनाव में यहां कांग्रेस को 34, भाजपा को 14 सीट मिली थीं।

कर्नाटक का तटीय इलाका- मोदीने मंगलुरू के जिस उजरी में भगवान श्री मंजुनाथ की पूजा करके चुनावी अभियान शुरू किया। यह कर्नाटक का तटीय इलाका है। यहां कुल 28 विधानसभा सीटें आती हैं। यहां भाजपा को पिछले विधानसभा चुनाव में सिर्फ 11 विधानसभा सीट मिली थी। कांग्रेस को 16।

84% हिंदू वोटर्स पर है फोकस 

-राज्य में 84% आबादी हिंदू वोटर्स की है। इनमें करीब 20 % आबादी लिंगायत समुदाय की है। जो भगवान शिव को     अपना आराध्य मानते हैं। बीएस येद्दियुरप्पा इसी समुदाय से आते हैं। राज्य में 13% मुस्लिम हैं।
– कर्नाटक की 225 में से करीब 70 विधानसभा सीटों पर लिंगायत समुदाय निर्णायक भूमिका निभाता है।
– 2008 में भाजपा को राज्य की 225 में से 110 सीटें मिलीं थीं। पर 2013 चुनाव में केवल 40 सीट मिली थीं।
– दो नवंबर को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह राज्य में नव कर्नाटक परिवर्तन यात्रा को रवाना करेंगे। यह यात्रा दो चरणों     में  75 दिन तक चलेगी।

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