समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार खोपकर ने कहा, “अगर कोई भारतीय पाकिस्तानी एक्टरों या कलाकारों के साथ काम करेगा तो हम उनका भी विरोध करेंगे।” उरी हमले के बाद 23 सितंबर को एमएनएस चित्रपट कर्मचारी सेना के नेता खोपकर ने पाकिस्तानी कलाकारों को 48 घंटे में भारत छोड़ने के लिए कहा था। तब खोपकर ने कहा था, “उसके बाद एनएनएस उन्हें (पाकिस्तानी कलाकारों को) बाहर फेंक देगी।” 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले में 18 भारतीय जवान मारे गए थे। दो अन्य घायल जवानों की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।
खोपकर ने पिछले हफ्ते कहा था, “पाकिस्तानी कलाकार तो मार खाएंगे ही, साथ में जो यहां प्रोड्यूसर/डायरेक्टर हैं उनको भी पीटेंगे।” वहीं शिव सेना सांसद अरविंद सावंत शुक्रवार को समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “हमारी 1.25 अरब जनसंख्या है, फिर हमें पाकिस्तान से कलाकारों को आयात करने की क्या जरूरत है?” वहीं पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध के खिलाफ बोलने वाले अभिनेता सलमान खान पर टिप्पणी करते हुए शिव सेना नेता सुभाष देसाई ने कहा कि सलमान को ऐसे बयान देने से पहले अपने पिता सलीम खान से सलाह ले लेनी चाहिए। सलमान खान ने कहा था कि पाकिस्तानी कलाकार आर्टिस्ट हैं, टेररिस्ट नहीं और वो सरकार की अनुमति से भारत में आते हैं।
सलमान खान से पहले अनुराग कश्यप, श्याम बेनेगल और करण जौहर इत्यादि ने भी पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध का विरोध किया था। वहीं गायक मिका सिंह ने कहा कि संगीत की कोई सीमा नहीं होती लेकिन वो भारत सरकार के फैसले का सम्मान करते हैं। इसी बीच मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर एसोसिएशन (IMPPA) ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित करके पाकिस्तानी एक्टरों और कलाकारों के भारत में काम करने पर अस्थायी रोक लगा दी है।