मिड डे मील वर्करों ने अपनी  विभिन्न मांगों को लेकर किया प्रदर्शन 

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हनुमानगढ़। मंगलवार को  मिड-डे मील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया सीटू के राष्ट्रीय आह्वान पर  मिड- डे मील वर्कर्स यूनियन सीटू द्वारा हनुमानगढ़ जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया ।कलेक्ट्रेट के गेट पर सभा हुई,सभा को सम्बोधित करते हुए सीटू जिला महासचिव कॉमरेड शेर सिंह शाक्य ने बताया कि मिड डे मील वर्कर्स द्वारा पूरे करोना काल में सरकार के निर्देशानुसार लाभार्थी बच्चों को घर-घर राशन पहुंचाया गया है। स्कूलों में शिक्षकों व अन्य स्टाफ की भी भारी मदद की है परंतु अब स्कूलों में कम बच्चे होने का बहाना बनाकर मिड डे मील वर्करों को नौकरी से निकाला जा रहा है कई महीने से वेतन भी नहीं मिल रहा है केंद्र सरकार नई शिक्षा नीति लेकर आई है जिससे कम बच्चों वाले स्कूलों को बंद किया जा रहा है एक तरफ मिड डे मील वर्करों का रोजगार जाएगा और दूसरी और गरीब बच्चे शिक्षा से वंचित हो जाएंगे । जनवादी महिला समिति प्रदेश अध्यक्ष कॉमरेड चंद्रकला वर्मा ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने एक पत्र जारी किया है कि मिड डे मील के भोजन बनाने की लागत(कुकिंग कोस्ट) के पैसे को डीबीटी के जरिए बच्चों या उनके अभिभावकों के खाते में सीधा पैसा डाला जाएगा इसके माध्यम से केंद्र सरकार ने अपना रुख जाहिर किया है की भविष्य में इस पूरी योजना को बंद किया जा सकता है । कोरोना के चलते बच्चों में कुपोषण का संकट अधिक बढ़ा है समय में डीबीटी के जरिए पैसे भेजना बच्चों के खाते में हालातों को और खराब करना है इसके चलते पूरे देश में 25 लाख मिड डे मील वर्कर्स का रोजगार भी दांव पर लगा है इस प्रदर्शन की मुख्य मांगे निम्न प्रकार है सभी मिड डे मील वर्कर का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण हो सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत हो, मिड डे मील वर्कर के परिवार को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम अनाज प्रतिमाह मुफ्त दिया जाए, डीबीटी योजना के जरिए मिड डे मील योजना को खत्म करने की कोशिश बंद हो (4)मिड डे मील वर्कर को ₹24000 न्यूनतम वेतन दो और वेतन महीने के महीने ही दिया जाना चाहिए बकाया वेतन का तुरंत भुगतान हो किसी की छटनी ना की जाए छटनी ग्रस्त वर्करों को काम पर रखा जाए, सभी बच्चों प्रवासी मजदूरों के बच्चों को भी मिड डे मील योजना के दायरे में लाया जाए इसके लिए अधिक पोषित सामग्री तैयार करके वितरित हो, मिड डे मील योजना का किसी भी रूप में निजीकरण ना हो केंद्रीय रसोई घरों पर रोक लगे शिक्षा सहित सार्वजनिक क्षेत्र की की इकाइयों और सेवाओं के निजीकरण पर रोक लगाओ, मिड डे मील वर्कर्स को कोरोनावरियर्स मानते हुए इनको भी जो लोग करोना की वजह से अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए हैं उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी एवं पचास लाख रुपए मुआवजा दिया जाए ,मजदूर विरोधी चारों लेबर कानून,व किसान विरोधी तीनों कानून रद्द किए जाएं, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय अनुसार समान काम समान वेतन लागू किया जाये । आज के प्रदर्शन में सर्वजीत कौर, सिमरनजीत कौर, वीरपाल कौर,दलीप कौर, कुलवंत कौर ,भूपिंदर कौर, ललिता ,मंजू देवी, रानी देवी, ममता रानी, मुन्नी देवी, प्रकाश कौर, रीता मंडल, संगीता मंडल, सर्वजीत कौर, मेंना देवी आदि ने भाग लिया।

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