गीत-संगीत के माध्यम से दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

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हनुमानगढ़। हंसवाहिनी संगीत कला मंदिर द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि श्री महावीर स्वामी(सेवानिवृत्त न्यायिक अधिकारी) थे। कला मंदिर अध्यक्ष गुलशन अरोड़ा ने बताया कि पेड़ों की अधिक कटाई के कारण प्रकृति का संतुलन बिगड़ता जा रहा है, इसके संरक्षण हेतु हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए। कला मंदिर के छात्र-छात्राओं व सदस्यों द्वारा पौधे लगाए गए और पक्षियों के लिए परिंडे बांधे गए। लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिए कला मंदिर के बच्चों ने निनाद लगाए वह सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी। नायाब एंड ग्रुप ने ष्हमको है जगनाष्, इंद्रपाल व रूप वर्मा ने ष्झूमेगी धरती झूमेगा ये गगनष्, अभिषेक ने ष्अमृत की बरसे बदरियाष्, काव्या सिंह ने गिटार पर ष्लुक छिप ना जाओ जीष्, आरवी,प्रियंका,सीता भाटी ने ष्कबीर जी के दोहेष्, मृदुल ने पर्यावरण पर कविता, आर.के. शर्मा ने ष्गीत गाता चलष्, विनोद यादव ने ष्हरी हरी वसुंधराष्, आदि गीत प्रस्तुत किये। मुख्य अतिथि महावीर स्वामी जी ने बताया कि किसी भी संस्था को जीवित रखने के लिए सकारात्मक व निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि भाग्यशाली है वे अभिभावक व बच्चे जिन्हें इस संस्था का साथ मिला। कार्यक्रम में हारमोनियम पर जीवितेश,लविश,वेलसी, तबले पर लक्ष्य अरोड़ा, केहॉन पर हितैषी, मरकश पर रूद्र गोयल, मंजीरे पर कृष्णा ने संगत की। कार्यक्रम में जतिन स्वामी,कमलेश लखोटिया,जगदीश गुप्ता,नरेश मेहन,पोषण शर्मा,मोहनलाल वर्मा,प्रवीण वर्मा,रामनिवास मंडल,शौर्यवर्धन,मनमोहन जोशी,सन्नी जग्गा,सुमित अरोड़ा,रेखा अरोड़ा,ममता सक्सेना,पवन बजाज,रितेश सुखीजा,डिंपल जिंदल,शिवा गोयल,प्रकाश शर्मा,संदीप गुप्ता व बच्चों के अभिभावक  उपस्थित रहे। ममता अरोड़ा ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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