हनुमानगढ़। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने गुरूवार को जिला कलक्ट्रैट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को राज्य कर्मियों, बोर्ड, निगम, स्वायत्तशाषी संस्थाओं, पंयाचतीराज एवं सरकारी संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारियों की सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल में लंबित मांगों के निराकरण की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन से पूर्व समस्त कर्मचारियों जिलाध्यक्ष चन्द्रभान ज्याणी के नेतृत्व में वादा खिलाफी दिवस मनाते हुए सरकार के चुनावी धोषणा पत्र की होली जाई जिसके पश्चात ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि वर्तमान में राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होन पर उलब्धियों के प्रचार-प्रसार हेतु सरकार आमजन के बीच की जा रही है परन्तु खेद का विपय है कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की सफल क्रियान्विति के लिये उत्तरदायी कार्मिक के साथ दो वर्ष में यथोचित व्यवहार नहीं किया गया है जिससे कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है एवं राज्य सरकार के प्रति विश्वास में कमी आयी है। उल्लेखनाय हे वि वर्तमान सरकार के सत्तारूढ़ होने से पूर्व जारी जन धोषणा पत्र में कर्मचारी कल्याण के कुछ बिंदुओं का उल्लेख किया गया था जो आज तक अनछुये है। चुनाव पूर्व कांग्रेस पार्टी के राज्याध्यक्ष एवं स्वयं मुख्यमंत्री महोदय द्वारा कर्मचारियों को आश्वासन दिया गया था कि सरकार बनने पर कर्मचारियों की समस्याओं का यथोचित समाधान किया जावेगा परन्तु सरकार ने दो वर्ष के कार्यकाल में कर्मचारियों से संवाद करना भी उचित नहीं समझा है जिससे सरकार का कर्मचारी विरोधी होना परिलक्षित हता है। यह सत्य है कि सरकार कर्मचारियों के सहयोग के बगैर किसी भी योजना की सफल क्रियान्विति की कल्पना भी नहीं कर सकती है। वर्तमान सरकार में मंत्रीगण एवं विभागाध्यक्ष निरंकुश प्रतीत होते है क्योकि माननीय मुख्यमंत्री महोदय के निर्देशों के बावजूद भी कर्मचारी संघों से औपचारिक वार्ताएं शुरू नहीं की गयी है। वर्तमान सरकार द्वारा राज्य कर्मियों के वेतन से गैर कानूनी कटौती कर कर्मचारियों के साथ बंधुआ मजदूरों जैसा व्यवहार किया गया है जो अलोकतांत्रिक एवं असंवैधानिक है। राज्यकर्मी सरकार के अभिन्न अंग है परन्तु कर्मचारियों को नजरअंदाज कर सरकार उपलब्धियों का जश्न नहीं मना सकती है।
विगत सरकार के अन्तिम चरण में विभिन्न कर्मचारी संगठन आंदोलनरत थे एवं प्रदर्शन स्थलों पर जाकर वर्तमान सरकार के प्रतिनिधियों ने कार्मिकों को आश्वस्त किया था कि उनके अच्छे दिन आने वाले है, परन्तु कर्मचारी वर्ग अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहा है। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने मांग की है कि शीघ्र कर्मचारियों की लम्बित समस्याओं का समाधान किया जावे अन्यथा आगामी समय में कर्मचारियों द्वारा राज्यव्यापी आंदोलन किया जावेगा एवं राज्य सरकार का असहयोग किया जावेगा जिससे सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएँ प्रभावित होगी तथा आम जन को असुविधा होगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। इस मौके पर महासंघ जिलाउपाध्यक्ष चन्द्रभान ज्याणी, कृषि पर्यवेक्षक संघ से जगदीश दूधवाल, महासंघ उपाध्यक्ष आदराम मटोरिया, महासंघ पूर्व जिलाध्यक्ष पतराम भाम्भू, ग्राम विकास अधिकारी संघ से नरेश शर्मा, प्रेम सिंह, रविन्द्र, बृजलाल चैहान, कानूनगों संघ से गुलजार अहमद, पटवार संघ से कमलकांत पटवारी, अमरीश जाखड़ व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
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