हनुमानगढ़। अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ एकीकृत ने जिला कलैक्ट्रैट पर धरना प्रदर्शन कर आंगनबाड़ी कर्मियों की निम्न मांगों के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को प्रदेशाध्यक्ष मधुबाला शर्मा के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि मुख्यमंत्री ने 2018 के चुनावी जनघोषणा पत्र में पैरा नं. 25 बिन्दु सं. 5 में आंगनबाड़ी कार्मियों को स्थाई करने का वादा किया था जो आज 4 वर्ष पूरे होने के बाद भी पूरा नहीं किया गया है, इसे पूरा कर आंगनबाड़ी कर्मिको को नियमित किया जाए एवं सेवा नियम बनाये जायें, आंगनबाड़ी कर्मियों का कार्य का समय 6 घंटे है व 6 घंटे ही ड्यूटी करती है, परन्तु आंगनबाड़ी संचालन का समय 4 घंटे का ही माना जा रहा है तथा 4 घंटे के हिसाब से ही मानदेय दिया जाता है, जबकि 2 घंटे गृह सम्पर्क के समय को नहीं जोड़ा जाता है। अतः 6 घंटे ड्यूटी का समय मानते हुए मानदेय दिया जावे, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आंगनबाड़ी कर्मिकों को योग्यता व वरीयता के आधार पर लिया जावें।
नई एनटीटी की भर्ती नहीं की जाकर आंगनबाड़ी कर्मियों को सेवा में रहते प्रशिक्षण करवाकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति में वरीयता दी जाए या डी.ई.एल.ई.डी. का प्रशिक्षण करवाया जाए, सेवानिवृति पर एक मुश्त राशि एवं पेंशन दी जावें, आंगनबाड़ी कोटे से महिला पर्यवेक्षक की विज्ञप्ति शीघ्र जारी की जावे एवं महिला कार्मिकों की श्रेणी बनायी जावे जिसमें कुशल, अर्द्ध कुशल एवं कुशलता के आधार पर वरीयता दी जायें। संघ ने ज्ञापन देकर चेतावनी दी है कि अगर संघ को मांगों को जल्द पूरा नही किया गया तो आन्दोलन उग्र किया जायेगा। इस मौके पर संभाग अध्यक्ष सोना चौधरी, संभाग अध्यक्ष मुन्ना कंवर, प्रदेशाध्यक्ष मधुबाला शर्मा, नौरगी देवी, उर्मिला बेनीवाल, सोना लाटा, राज कौर, मंजू बैद, सरोज व अन्य आगनबाडीकर्मी मौजूद थे।
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