हनुमानगढ़। समस्त मदिरा अनुज्ञाधारी दुकानदारों ने सोमवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर हनुमानगढ़ अधिनस्थ मदिरा दुकानों पर पर्यवेक्षकों द्वारा मदिरा दुकानदारो को तंग परेशान करने के सम्बंध में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शराब व्यवसायी प्रदीप तिवाडी ने बताया कि शराब दुकानदार राज्य सरकार को सबसे अधिक राजस्व देते है। वर्तमान में विधानसभा चुनाव अचार संहिता की आड में पर्यवेक्षकों द्वारा जिला स्थित मदिरा दुकान पर आकर छापामारी चालू कर दी जाती है जिसके कारण दुकानों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। और अनुज्ञाधारियों को अनावश्यक मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। मदिरा दुकानों हेतु जिला आबकारी विभाग के निरोधक दस्ते व निरीक्षक व संबंधित उच्चाधिकारी है।
दुकानदारो द्वारा इनके विभागीय नियमानुसार निर्धारित नियमों का पूर्ण किया जाता है। लेकिन चुनाव आचार संहिता की आड में पर्यवेक्षको द्वारा अचानक छापामारी की जा रही है जिसके कारण स्थानीय अनुज्ञाधारियों में भारी आक्रोश है। उन्होंने बताया कि मार्च माह में शराब दुकानदारों द्वारा दुकान नहीं उठाई जा रही थी और सरकार के अनुरोध पर दुकान शुरू की गई थी, जिसके बाद भी आज शराब दुकानदारों को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। शराब दुकानदारों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर मांग की है कि आदर्श आचार संहिता के तहत आपको अंदेशा है कि शराब कारोबार विधानसभा चुनावों को प्रभावित करता है जो कि उक्त चुनाव तक दुकाने बंद करवा दी जावे और राज्य सरकार द्वारा निर्धारित राजस्व से अनुज्ञाधारियों को मुक्ति दे दी जावे। शराब व्यवसायी प्रशासन के सहयोग हेतु दुकाने बंद करने हेतु तैयार है। ताकि प्रशासन आदर्श आचार संहिता के तहत चुनाव सम्पन्न करवा सके अन्यथा शराब दुकानदारों को अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए। इस मौके पर प्रदीप तिवारी, पप्पू सिंह गिल, घन राज ओझला, विनोद बेनीवाल, सुरेश सेतिया, दिनेश भाकर, तारा चंद, राधा सिंह, राजवीर मौजूद थे।
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