हनुमानगढ़। अखिल राजस्थान मजहबी सिख महासभा एवं ऑल इंडिया मजहबी सिख वेलफेयर एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में रविवार, 16 मार्च 2025 को जंक्शन स्थित अग्रसेन भवन में ‘रंगरेटे गुरु के बेटे – दशा और दिशा’ विषय पर चिंतन सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में समाज की एकता, शिक्षा, राजनीतिक भागीदारी एवं सामाजिक कुरीतियों को त्यागने पर विशेष चर्चा हुई।
सम्मेलन की अध्यक्षता अखिल राजस्थान मजहबी सिख महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं ऑल इंडिया मजहबी सिख वेलफेयर एसोसिएशन के राजनीतिक विंग के चेयरमैन सरदार जसविंदर सिंह धालीवाल ने की। मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली कांग्रेस पार्टी के प्रभारी एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव सरदार सुखविंदर सिंह डैनी उपस्थित रहे।
सम्मेलन के दौरान वक्ताओं ने मजहबी सिख समाज के ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित करते हुए वर्तमान समय में समाज की सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक स्थिति पर चिंता व्यक्त की। सरदार जसविंदर सिंह धालीवाल ने कहा कि मजहबी सिख सिर्फ एक समुदाय नहीं, बल्कि एक विचारधारा है, जिसने सिख धर्म की रक्षा और उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने अमर शहीद शिरोमणि जरनैल बाबा जीवन सिंह, शहीद बाबा दीप सिंह, अकाली फूला सिंह, शिरोमणि जरनैल हरी सिंह नरुआ, भाई वीर सिंह और धीर सिंह जैसे योद्धाओं के बलिदान को याद किया और कहा कि इनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही समाज को सशक्त बनाया जा सकता है।
मुख्य अतिथि सरदार सुखविंदर सिंह डैनी ने समाज के राजनीतिक सशक्तिकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यदि समाज की सामाजिक जड़ें मजबूत होंगी, तभी राजनीतिक, प्रशासनिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से भी समाज की प्रगति संभव होगी। उन्होंने युवाओं को राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया।
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