शहीद किसानों मजदूरों की याद में मनाया मजदूर किसान एकता दिवस

0
182

– वेयर हाउस के समक्ष हुई सभा, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
हनुमानगढ़।
 किसान मजदूर खेत मजदूर एकता दिवस मनाया गया 19 जनवरी 1982 को अखिल भारतीय आम हड़ताल के दौरान सरकार द्वारा प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने से तमिल नाडु उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र मैं 10 किसान मजदूर शहीद हुए थे तभी से हर वर्ष 19 जनवरी को किसान मजदूर एकता दिवस मनाया जा रहा है इसी क्रम में राष्ट्रीय आह्वान पर हनुमानगढ़ में भी सेंट्रल वेयर हाउस के आगे चल रहे अनिश्चितकालीन धरने पर आज एक विशाल सभा हुई सभा की अध्यक्षता किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष कॉमरेड सुरेंद्र शर्मा सीटू के जिला अध्यक्ष कामरेड आत्मा सिंह खेत मजदूर यूनियन के जिला उपाध्यक्ष कामरेड आदराम संयुक्त रूप से की सभा को संबोधित करते हुए सीटू राज्य उपाध्यक्ष कामरेड रामेश्वर वर्मा ने बताया जिन नीतियों को लेकर हमारे 10 किसान मजदूर साथी शहीद हुए वह नीतियां आज भाजपा की सरकार पूरे देश में बड़ी तेजी के साथ लागू कर रही है और इसी का परिणाम है कि देश की तमाम सार्वजनिक संस्थाएं ओने पौने दामों में कॉर्पाेरेट घरानों को दी जा रही है इसी कर्म में देश की खाद्य सुरक्षा भी खतरे में है सरकार एफसीआई के गोदामों का भी निजी करण कर रही है यहां हनुमानगढ़ में 3 महीने से सेंट्रल वेयर हाउस के गोदाम के आगे धरना चल रहा है दो गोदामों को सरकार ने रिलायंस कंपनी को 15 साल के लिए ठेके पर दिया है जिसका तमाम मजदूर संगठन पुरजोर विरोध कर रहे हैं और किसी भी सूरत में यह गोदाम रिलायंस कंपनी को नहीं देने दिए जाएंगे सीटू जिलाध्यक्ष आत्मा सिंह ने बताया कि अभी किसान आंदोलन के चलते सरकार ने तीनों काले कृषि कानून वापस लिए हैं लेकिन अभी भी बहुत सी मांगे मजदूर आंदोलन की बकाया है जिसमें चारों लेबर कोड वापस लिए जाने केंद्र सरकार तुरंत प्रभाव से संयुक्त किसान मोर्चा के साथ हुए समझौतों को लागू करें ठेका प्रथा समाप्त कर अस्थाई श्रमिकों योजना पर आधारित श्रमिकों को स्थाई किया जाए सरकारी संस्थाओं का निजीकरण बंद किया जाए सेंट्रल वेयरहाउस के गोदामों को रिलायंस कंपनी को 15 साल के ठेके पर देने का समझौता रद्द किया जाए पेट्रोल डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को वापस लिया जाए बिजली की बढ़ी हुई दरें कम कर के तमाम तरह के टैक्स बंद किया जाए खेतिहर मजदूर के लिए केंद्रीय कानून बनाया जाए मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी ₹600 प्रतिदिन की जाए और साल में 200 दिन नरेगा का काम दिया जाए इसी के साथ शहरी क्षेत्र में भी नरेगा शुरू की जाए नाली बेल्ट को राइस बेल्ट घोषित किया जाए नेशनल हाईवे का मुआवजा बाजार भाव से दिया जाए और रास्ते व खालें नियमानुसार  बनाए जाएं अभी दोबारा फिर नेशनल हाईवे जमीन अधिग्रहण कर रहा है उसका मुआवजा भी बाजार भाव से दिया जाए,तमाम तरह के निजीकरण पर रोक लगाई जाये इन तमाम मांगों को लेकर हनुमानगढ़ जिले के तमाम तहसीलों में धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम सोंपे गए हैं आज की सभा में सीआईटीयू के जिला संरक्षक कॉमरेड मलकीत सिंह कामरेड बहादुर सिंह चौहान कॉमरेड बलदेव सिंह मक्कासर किसान नेता ओम स्वामी कॉमरेड रघुवीर वर्मा कॉमरेड शेर सिंह शाक्य कृपाल सिंह कॉमरेड अरविंद मुंशी कॉमरेड गुलाब सिंह कामरेड अमित कुमार कामरेड शिवकुमार कॉमरेड वाली शेर किसान नेता गुरविंदर मान लाभ सिंह अजय सिंह बेअंत सिंह दर्शन सिंह शीशपाल मनजीत तरसेम सिंह कुलबीर सिंह कमल सिंह हरदीप सिंह हरजिंदर सिंह प्रियंका मंडल सर्वजीत कौर संगीता देवी सहित सैकड़ों की संख्या में किसानों मजदूरों महिलाओं ने भाग लिया।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।