मरघट में साधना के दिव्य मंदिर में उमड़ा आस्था का जनसैलाब

0
120

अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय का फूलडोल महोत्सव

संवाददाता शाहपुरा। शाहपुरा भीलवाड़ा अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय का महाकुंभ फूलडोल महोत्सव का तृतीय दिवस पर हजारों श्रद्धालु मरघट के दिव्य मंदिर में पहुंचे और 300 वर्ष पूर्व ब्रह्मलीन रामचरण जी महाराज की समाधि स्तंभ जी के दर्शन किए आज फूलडोल महोत्सव के तृतीय दिवस पर परिपाटी परंपरा के अनुसार नया बाजार राममेडिया से गाजे-बाजे के साथ छड़ी चंवर छतरी के साथ पवित्र पुस्तक अंणभै वाणीजी की शोभायात्रा राजसी ठाट बाट के साथ प्रशासन की देखरेख में अंतरराष्ट्रीय रामनिवास धाम पहुंची चतुर्मास की घोषणा के लिए आज वृंदावन भीलवाड़ा निंबाहेड़ा आदि स्थानों का चिट्ठी का वाचन किया गया रामचरण जी महाराज के समाधि स्थल स्तंभ जी पर हजारों भक्तों ने दर्शन किए और नारियल मिश्री का प्रसाद चढ़ाया विधिवत आरती की ओर अभिलाषा का बंधन अपनी कामना के साथ जाली पर बांधा सैकड़ों भक्तों ने जयकारे के साथ दंडवत और विधिवत प्रणाम किया और रामनिवास धाम की पवित्र रज कणों को ललाट पर लगाया आज भोजन शाला में संतों की पंगत के साथ गंगा जमुना तहजीब के साथ मुस्लिम समुदाय के फकीर और संतों का भोजन प्रसाद भी हुआ गौरतलब है कि लगभग 265 वर्षों से पांच दिवसीय फूलडोल महोत्सव मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के अब तक वर्तमान में 15 आचार्य गादी पर विराजीत हुये है वर्तमान में 15 वे आचार्य रामदयाल जी महाराज राम किशोर जी महाराज दर्शन राम जी महाराज निर्भय राम जी महाराज जगराम दास जी महाराज धर्मदास जी महाराज दिलखुश राम जी महाराज हिम्मत राम जी महाराज हरिदास जी महाराज नारायण दास जी महाराज चत्रदास जी महाराज दूल्हे राम जी महाराज रामजन्न जी महाराज और अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के प्रथम आचार्य और संस्थापक श्री रामचरण जी महाराज गादी पर रहे हैं अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के रामनिवास धाम में दर्शनीय स्थल जिस में मुख्यतः सूरजपोल, बारादरी ,मुख्य गादी जी ,आचार्य का निवास कक्ष ,सरस्वती भंडार, मुख्य भंडार ,हरी निवास, हिम्मत विलास ,जग निवास ,हवा महल, बादल महल श्री भंडार, राम झरोखा ,रामचरण जी महाराज की तपोस्थली ,राजा भरत जी की छतरी, निर्भय राम शाला, न्याय कक्ष, रानी राजावत जी की छतरी, कंवरपदा की छतरी, ध्रुव खिड़की ,लाल चौक, हरी निवास है।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।