हनुमानगढ़। मारवाड़ी ब्रीड का घोड़ा अल्कोहल 17 वे भटनेर अश्व मेले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ। मेले में पंजाब हरियाणा राजस्थान गुजरात अश्व पालकों का आना शुरू हो गया है। गांव पन्नीवाला के निवासी अश्व पालक मोहन सिंह राठौड़ ने बताया कि वह लगभग 4 पीढ़ियों से अश्वो को पाल रहे हैं । अल्कोहल की उम्र साढ़े 3 साल व हाईट 63 इंच है और अब तक यह तीन प्रतियोगिताएं जीत चुका है। उन्होंने मारवाड़ी ब्रीड की खासियत बताते हुए कहा कि मारवाड़ी घोड़ा लंबे समय तक बिना भोजन और पानी के विचरण कर सकता है इसी के साथ साथ यह सबसे विश्वसनीय घोड़ा भी माना जाता है जो अपने मालिक के प्रति वफादार रहता है और इसकी स्ट्रेंथ पावर अन्य घोड़ो से अधिक होती है। उन्होंने कहा कि इतिहास में युद्ध के दौरान मारवाड़ी नस्ल के घोड़ों को उपयोग में लिया जाता था। यह अश्व मेला 31 जनवरी तक चलेगा, जिसमें 29 जनवरी को दुधिया दांत बच्छेरा- बच्छेरी, 30 जनवरी को दो दांत बच्छेरा-बच्छेरी, 31जनवरी को नुकरा व मारवाडी ब्रीड घोड़ा घोड़ी की प्रतियागिता आयोजित की जाएंगी।
प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण 28 जनवरी से शुरू होगा। अश्वो के स्वास्थ्य की जांच एवं उपचार हेतु पशुपालन विभाग हनुमानगढ़ द्वारा पशु चिकित्सक डॉ. विजेन्द्र देसवाल, डॉ. अनिल धेतरवाल व उनकी टीम लगातार कार्य कर रही है। उक्त आयोजन के लिए नगरपरिषद हनुमानगढ़ सभापति गणेशराज बंसल का मेले की मुलभूत सुविधाओं में विशेष सहयोग रहा। इस मौके पर भटनेर अश्वपालक समिति के अध्यक्ष धन सिंह, सत्यदेव सुथार, जोतराम गोदारा, लोकेश चाहर, कृष्ण चाहर, संजीव बेनीवाल, सुमित चाहर, नकुल रिणवां, मोहन सिंह राठौड़, सरपंच सुशील ढुकिया, जगमीत सिंह विर्क, डॉ सुरेंदर शर्मा, राजीव चाहर, गुरराज सिंह, राजीव चाहर, राहुल चाहर सहित अन्य अश्वपालक मौजूद थे।
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