Video: सरकारी विभाग को साक्षी मानकर प्रेमी जोड़े ने की शादी, नाराज घरवालों ने काट दिए थे बाल

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एकबार फिर प्यार की जीत हुई, जी हां सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी देखा और शेयर किया जा रहा है। जिसमें प्रेमी युगल सरकारी विभाग को साक्षी मानकर सात फेरे लेते हुए नजर आ रहा है। ये वीडियो युवाओं के बीच एक अच्छा मैसेज पहुंचाती दिख रही है, वहीं जोड़े की खूब तारिफ हो रही है।

यह पूरा मामला राजस्थान महिला आयोग जयपुर का है। मिली जानकारी के अनुसार, ज्योति और मनीष अपनी इच्छा से शादी के बंधन में बंधना चाहते थे लेकिन लड़की के परिजन इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे। जिसकी वजह से लड़की के घरवालों ने उसपर अत्याचार किए। बताया जा रहा है कि लड़की के बाल तक काट दिए गए थे। जब मामला महिला आयोग पहुंचा तो दोनों के रिश्ते की गंभीरता समझते हुए आयोग ने शादी करवाने का फैसला लिया।

आयोग चाहता था कि लड़की को डोली उसके निवास स्थान से निकले लेकिन युवती को अपने परिजन पर विश्वास नहीं था। जिस कारण महिला आयोग ने सरकारी ऑफिस में विवाह करवाने का निश्चय किया। महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा ने बताया कि ज्योति के परिजन इस रिश्ते से नाराज थे। इसी वजह से उन्होंने युवती पर अत्याचार किए। वे लोग प्रेम विवाह व अंतरजातीय विवाह के खिलाफ थे। आयोग की समझाइश के बाद वे लोग सहमत हुए।

कम समय में की गई इस शादी के लिए सुबह से ही आयोग अध्यक्ष से लेकर सदस्य, अधिकारी व कर्मचारी जोर-शोर से तैयारियों में जुटा रहा। युवती के अभिभावक बने आयोग ने विवाह की हर रस्म को पूरे रीति रिवाज से संपन्न कराया। वैदिक रीति रिवाज से राजापार्क पंडित श्री चक्रवर्ती सामवेदी ने प्रेमी युगल ज्योति-मनीष का विवाह मंत्रोच्चार के साथ कराया। उल्लेखनीय है कि आयोग गठन के बाद महिला आयोग में पहली बार किसी युवती की इच्छानुसार उसकी शादी आयोग ने कराई है।

दूल्हे के पिता लाए शादी का जोड़ा
बिना दहेज के हुई इस शादी में दूल्हे के पिता शादी का जोड़ा लेकर आए। इसी जोड़े में दुल्हन की हंसी-खुशी से विदाई हुई। इस शादी को आयोग ने नगर निगम और कोर्ट से रजिस्टर्ड कराया।

देखें शादी का पूरा वीडियो-

महिला आयोग अध्यक्ष का वीडियो-

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