कांग्रेस नेता की टिप्पणी पर शुरू हुआ बड़ा राजनीतिक विवाद, ये नेता भी पहुंचा चुके हैं बीजेपी को बड़ा फायदा

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सूरत: गुजरात में पहले चरण का प्रचार थमने से ठीक पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपने ही खेमे में फिर गोल दाग दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री को नीच कहा। पीएम मोदी समेत पूरी भाजपा ने मौका नहीं गंवाया। मणिशंकर के बहाने चुनावी सभाओं से लेकर हर मोर्चे से कांग्रेस पर हमला बोला।

मोदी ने सूरत की रैली में अय्यर की टिप्पणी काे गुजरात का अपमान बताया। कहा- ‘मुगलई संस्कार वालों ने गुजरात का अपमान किया है। जनता इसका बदला लेगी।’ इस बीच, भाजपा प्रवक्ता कांग्रेस को घेरने उतरे तो कांग्रेस भी डैमेज कंट्रोल में जुट गई। राहुल ने ट्वीट कर अय्यर को माफी मांगने को कहा। 10 मिनट बाद अय्यर सामने आए। आधे घंटे अगर-मगर कर सफाई देते रहे। गुस्साए राहुल ने रात 9 बजे अय्यर को सस्पेंड कर दिया। 2007 के चुनाव में सोनिया गांधी ने मोदी को मौत का सौदागर कहा था। उस एक बयान से पार्टी को काफी नुकसान हुआ था।

गुजरात की जनता का वोट बताएगा नीच का अर्थ-

मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मोदी नीच जाति का है। ये अपमान गुजरात और भारत की महान परंपरा का है कि नहीं? ये मुगलई संस्कार हैं। गांवों में कोई अच्छे, महंगे और इस्त्री किए कपड़े पहनकर निकले तो इन्हें तकलीफ होती है। यदि कोई वर घोड़ी पर बैठे तो इन्हें हजम नहीं होता। ये सल्तनती मानसिकता है। तुमने हमें गधा कहा, गंदी नाली का कीड़ा कहा, नीच जाति का कहा, पर हमने कुछ नहीं कहा। गुजरात की जनता बताएगी कि ऐसी भाषा का बदला कैसे लिया जाता है। एक-एक गुजराती कमल के निशान पर बटन दबाएगा। फिर तुम्हें पता चलेगा नीच शब्द का अर्थ। जहांगीर की जगह शाहजहां और शाहजहां की जगह औरंगजेब आए तब चुनाव हुए थे? पता था कि बादशाह की औलाद बादशाह बनेगी। पर लोकतंत्र में चुनाव होता है।

बयान-बाजी के बीच शुरू हुआ ट्विटर खेल-

मैं फ्रीलांस कांग्रेसी; हिंदी मेरी भाषा नहीं, गलत बोल गया हूं तो सॉरी…
मणिअय्यर ने लिखा, अंग्रेजी के लो (Low) शब्द का अनुवाद कर नीच कहा। मेरा मतलब लो बोर्न से नहीं था। नीच शब्द का अर्थ लो बोर्न है तो मैं माजरत (माफी) चाहूंगा। सॉरी।

पीएम खराब शब्द बोलते हैं, पर कांग्रेसी संस्कृति अलग 
राहुल गांधी ने लिखा, पीएम खराब भाषा बोलते हैं, पर कांग्रेस अलग है। पीएम के लिए मणिशंकर की भाषा का समर्थन नहीं करता। उम्मीद है कि वह इसके लिए माफी मांगेंगे।

कांग्रेस नेताओं के बयानों ने बीजेपी को फायदा पहुंचाया-
गुजरात का चुनावी माहौल किसी मैच से कम नहीं यहां कभी बीजेपी कांग्रेस पर भारी है तो कभी कांग्रेस लेकिन अय्यर के बयान के बाद ऐसा लगता है कि बीजेपी ने मैच में वापसी कर ली है बिना कोई विकेट गंवाए। खैर, ऐसा पहली बार नहीं है जब कांग्रेसी नेताओं के बयानों ने बीजेपी को फायदा पहुंचाया हो…एक नजर इन बयानों पर भी।

जब सोनिया ने बोला था खून का सौदागर-
2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस बीजेपी को टक्कर देते दिखाई रही थी लेकिन दंगों के लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को ‘खून का सौदागर’ कह डाला. बीजेपी ने इसे भावनात्मक मुद्दा बना दिया और कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा।

प्रियंका का ने कहा नीच की राजनीति-

2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार में उतरी प्रियंका गांधी ने कह दिया कि मोदी उनके शहीद का पिता अपमान किया है। यह नीच की राजनीति है। इसके तुरंत बाद नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि प्रियंका गांधी ने उनका अपमान किया है।

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