उत्तर प्रदेश: मेरठ में रहने वाले तपेश्वर सिंह ने इस साल मार्च महीने में अपनी पत्नी बबीता की तलाश शुरू की थी। 40 साल के तेपेश्वर ने एक जर्जर साइकिल के आगे और पीछे अपनी पत्नी का पोस्टर लगाया और तलाश में निकल पड़े। जहां कई लोगों से उन्हें सहानुभूति मिली, वहीं कई लोगों ने मजाक भी उड़ाया। अंग्रेजी अखबार, द टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, तपेश्वर सिंह मूलत: बिहार के रहने वाले हैं और कुछ सालों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में रहते हैं।
बबीता से उनकी मुलाकात ब्रजघाट की एक घर्माशाला में हुई थी, जहां बबीता को उसके रिश्तेदार छोड़ गए थे। मुलाकात के बाद प्यार हुआ और दोनों ने शादी कर ली। हालांकि एक दिन अचानक बबीबा गायब हो गई। सिंह ने बताया कि उनके कुछ जान पहचान के लोगों ने उन्हें सूचना दी थी कि मेरठ के एक कुख्यात दलाल ने बबीता को एक दिन सड़क पर भटकते देखा और किसी कोठे पर बेच दिया।
तपेश्वर ने इलाके के सभी वेश्यालयों के चक्कर काटे और कई लोगों से बात की। तब उन्हें पता चला कि उस दलाल ने बबीता को बेचने की कोशिश तो की थी लेकिन उसकी मानसिक स्थिति को देखते हुए डील पूरी नहीं हो सकी। इसके बाद सिंह ने पुलिस में एक एफआईआर दर्ज कराई और पुलिस ने बबीता को ढूंढने के लिए एक टीम भी बनाई लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
तपेश्वर को उम्मीद थी कि वह एक ना एक दिन अपनी पत्नी को ढूंढ ही लेगा। सोमवार (14 नवंबर) को आखिरकार तपेश्वर ने बबीता को खोज ही लिया। वह उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में सड़क किनारे बैठी थी और उसके कपड़े फटे-पुराने थे। सिंह ने बताया, ‘पहले तो मुझे अपनी आंखों पर यकीन ही नहीं हुआ। वह फटे-पुराने कपड़ों में लिपटी थी। 8 महीने तक मैंने दिन-रात उसकी तलाश की। मैने पिछले एक दशक में जो भी कुछ कमाया था वह सब कुछ बबीता की खोज में लगा दिया। लेकिन आखिरकार मुझे मेरी पत्नी मिल ही गई।’ बबीता ने बताया कि उसे खुद नहीं पता वो हल्द्वानी तक कैसे आ गई, हालांकि वह खुद भी तपेश्वर की तलाश कर रही थी।