क्राइम डेस्क: महाराष्ट्र के सांगली जिले में 20 जून को एक ही परिवार के 9 लोगों के शव मिले थे। शुरुआती जांच में पता चला था कि परिवार कर्ज में डूबा था, इसलिए आत्महत्या की आशंका जताई गई थी लेकिन अब पूरी कहानी ही पलट गई है। दरअसल ये सबकुछ एक अंधविश्वास के चलते हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, परिवार को एक तांत्रिक और उसके ड्राइवर ने जहर देकर मारा था। आरोपी अब्बास मोहम्मद अली बागवान 19 जून को अपने ड्राइवर धीरज चंद्रकांत सुरवशे के साथ म्हैसल गांव में वनमोरे बंधुओं के घर पहुंचा। यहां तांत्रिक ने छिपे हुए खजाने को खोजने का लालच देकर तंत्र-मंत्र की शुरुआत की।
इस दौरान परिवार के सभी 9 सदस्यों को घर छत पर भेज दिया। उन्हें बारी-बारी से नीचे बुलाया और चाय पीने को कहा।पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके खिलाफ IPC की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पड़ोसियों ने पुलिस को बताई थी आर्थिक तंगी की बात-
पुलिस को पड़ोसियों ने बताया कि परिवार के लोग आर्थिक तंगी के चलते पिछले काफी समय से तनाव में थे। दोनों भाईयों ने काफी लोगों से कर्ज भी ले रखा था। इसलिए अंदेशा व्यक्त किया जा रहा था कि कर्ज चुकाने के दबाव में इन्होंने सामूहिक आत्महत्या कर ली।