कानपुर: भोपाल-उज्जैन एक्सप्रेस में बम धमाका और लखनऊ में हुई मुठभेड़ से संबंधित दो फरार संदिग्ध आतंकियों को आज कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार लोगों का नाम गौस मोहम्मद और अजहर हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस के ADG, लॉ ऐंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया कि खुफिया सूचना के बाद दोनों फरार आतंकियों को कानपुर से गिरफ्तार किया गया है।
मास्टरमाइंड गौस मोहम्मद एयरफोर्स में भी काम कर चुका है। आतंकी सैफुल्लाह के एनकाउंटर के वक्त गौस मोहम्मद वहां मौजूद था। यूपी एटीएस के मुताबिक, गौस मोहम्मद खान इस आतंकी मॉड्यूल का मास्टर माइंड है। उसने अपना नाम कारण खत्री रखा है। वह कानपुर के जाजमऊ का रहने वाला है। इस पूरे मॉड्यूल को प्रेरणा देना, लिटरेचर उपलब्ध कराना, आतंकी दिशा में ले जाने में इसका हाथ है। अजहर सभी को हथियार उपलब्ध कराता था।
ऐसे पकड़े गए आंतकी:
एनकाउंटर से पहले आतंकियों द्वारा सेटेलाइन फोन और फर्जी एक्सचेंज के जरिए फीड भेजने के दौरान नेटवर्क फेल होने की वजह से लोकेशन ट्रेस हो गया. इसकी सूचना एमपी और यूपी पुलिस को मिली. इसके बाद यूपी एटीएस ने लखनऊ, कानपुर और इटावा से कई संदिग्धों को पकड़ा, लेकिन सैफुल्लाह मारा गया।
सोशल मीडिया पर आतंक की पाठशाला:
लखनऊ एनकाउंटर में मारा गया सैफुल्ला कानपुर के बेहद साधारण परिवार का था। ऐसे में सवाल ये है कि यदि बगदादी के संगठन का कोई सदस्य भारत में मौजूद नहीं है, तो यहां आईएस के आतंक का जहर फैल कैसे रहा है। नौजवान आखिर क्यों अपना शहर, परिवार और देश छोड़कर नफरत और खून खराबे की मंजिल चुन रहे हैं।
भारत में पांव पसार रहा आईएसआईएस:
यदि सैफुल्लाह की बात करें तो वो पिता से डांट फटकार के बाद घर छोड़कर निकल पडा था। इसके बाद में आईएस के खुरासान मॉड्यूल के संपर्क में आ गया। यदि भोपाल ट्रेन ब्लास्ट के बाद जानकारी सीरिया भेजी जाती है, तो साफ है आतंक का नेटवर्क सोशल मीडिया के सहारे भारत में अपने पांव पसार रहा है। यहां आतंक की पाठशाला चल रही है.