नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि कुल 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। उन्होंने कहा कि पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल, दूसरे चरण की 18 अप्रैल, तीसरे चरण की 23 अप्रैल, चौथे चरण की 29 अप्रैल, पांचवे चरण की 6 मई, छठे चरण की 12 मई और सातवें चरण की वोटिंग 19 मई को होगी। इसके बाद 23 मई को लोकसभा चुनाव की मतगणना होगी।
बता दें, इसके साथ ही आज से देशभर में आचार सहिंता लागू हो गई है। किसी भी उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर नजर रखी जाएगी और समय-सीमा के अंदर की उसके इस्तेमाल की इजाजत होगी। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयोग ने बताया कि विभिन्न राज्यों के अधिकारियों, राजनीतिक दलों और सुरक्षा एजेंसियों से बातचीत करने के बाद चुनाव कार्यक्रम तैयार किया गया है। 3 जून को 16वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
चुनाव की तिथियां
पहला चरण – 11 अप्रैल, 91 सीट, 20 राज्य
दूसरा चरण – 18 अप्रैल, 97 सीट, 13 राज्य
तीसरा चरण – 23 अप्रैल 115 सीट, 14 राज्य
चौथा चरण – 29 अप्रैल 71 सीट, 09 राज्य
पांचवां चरण – 06 मई 51 सीट 07 राज्य
छठवां चरण – 12 मई 59 सीट 7 राज्य
सातवां चरण – 19 मई 59 सीट, 08 राज्य
LS Polls:Phase1 in 91constituencies in 20states,Phase2 in 97constituencies in 13 states,Phase3 in 115constituencies in 14states,Phase4 in 71constituencies in 9 states,Phase5 in 51constituencies in 7states,Phase6 in 59constituencies in 7states&Phase7 in 59constituencies in 8states pic.twitter.com/bHUBg5pEVr
— ANI (@ANI) March 10, 2019
कब-कब होंगे कहां-कहां मतदान
पहला चरण- 11 अप्रैल- 91 सीटों- आंध्र प्रदेश (25 सीटें), अरुणाचल (2 सीटें) असम (5 सीटें) बिहार (4 सीटें) छत्तीसगढ़ (1 सीटें) जम्मू-कश्मीर (2 सीटें), महाराष्ट्र (7 सीट), मणिपुर (1 सीट), मेघालय (1 सीट), मिजोरम (1 सीटें), नागालैंड (1 सीट) ओडिशा (4 सीटें), सिक्किम (1 सीट), तेलंगाना (17 सीटें), त्रिपुरा (1 सीट), उत्तर प्रदेश (8 सीटें), उत्तराखंड (5 सीटें), पश्चिम बंगाल (2 सीटें), अंडमान निकोबार (1 सीट), लक्षद्वीप (1 सीट)
दूसरा चरण- 18 अप्रैल- 97 सीटें- असम (5 सीटें), बिहार (5 सीटें), छत्तीसगढ़ (3 सीटें), जम्मू-कश्मीर (2 सीटें), कर्नाटक (14 सीटें), महाराष्ट्र (10 सीटें), मणिपुर (1 सीट), ओडिशा (5 सीटें), तमिलनाडु (39 सीटें), त्रिपुरा (1 सीट), उत्तर प्रदेश (8 सीटें), पश्चिम बंगाल (3 सीटें), पुद्दुचेरी (1 सीट)
तीसरा चरण- 23 अप्रैल- 115 सीटें- असम (4 सीटें), बिहार 5, छत्तीसगढ़ 7, गुजरात 26, गोवा 2, जम्मू-कश्मीर-1, कर्नाटक-14, केरल-20, महाराष्ट्र-14, ओडिशा-6, उत्तर प्रदेश-10, पश्चिम बंगाल-5, दादर नागर हवेली-1, दमन दीव-1.
चौथा चरण- 29 अप्रैल- 71 सीटें- बिहार 5, जम्मू-कश्मीर 1, झारखंड 3, मध्यप्रदेश 6, महाराष्ट्र 17, ओडिशा 6, राजस्थान 13, उत्तर प्रदेश 13, पश्चिम बंगाल 8
पांचवां चरण- 6 मई- 51 सीटें- बिहार 5, जम्मू कश्मीर 2, झारखंड 4, मध्यप्रदेश 7, राजस्थान 12, उत्तर प्रदेश 14, पश्चिम बंगाल 7
छठवां चरण- 12 मई- 59 सीटें– बिहार 8, हरियाणा 10, झारखंड 4, मध्यप्रदेश 8, उत्तर प्रदेश 14, पश्चिम बंगाल 8, दिल्ली 7
सातवां चरण- 19 मई- 59 सीटें– बिहार 8, झारखंड 3, मध्यप्रदेश 8, पंजाब 13, चंडीगढ़ 1, पश्चिम बंगाल 9, हिमाचल 4
आयोग ने बताया कि, चुनाव की तारीखों में फसल की कटाई और परीक्षाओं का भी ध्यान रखा गया है ताकि किसी को दिक्कत न आए। इस बार 84 मिलियन वोटर और बढ़े हैं और कुच 90 करोड़ लोग इस बार वोट डालने जा रहे हैं। 18-19 साल के डेढ़ करोड़ वोट हैं। चुनाव आयोग प्रमुख ने कहा कि पोलिंग स्टेशन पर पानी, शौचालय और बिजली के इंतेजाम भी किए गए हैं। साथ ही इस चुनाव में भी NOTA का इस्तेमाल होगा और सभी बूथों पर EVM के साथ वीवीपैट लगाए जाएंगे।
चुनाव आयोग ने दी खास सुविधा
- मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार एक ऐप भी लांच होगा, जिसकी मदद से कोई भी मतदाता किसी भी नियम उल्लंघन को कैमरे में कैद कर सीधे हमें भेजा सकेगा।
- सुनील अरोड़ा ने कहा कि 1950 पर फोन कर और SMS के जरिए वोटिर अपना नाम वोटिंग लिस्ट में चेक कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ईवीएम पर उम्मीदवारों की तस्वीर होगी।
आपको बता दें साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी पहली ऐसी पार्टी बनी थी जो तीन दशकों में पहली पूर्ण बहुमत पाई थी। बीजेपी को 282 सीटें मिली थीं। जबकि एनडीए को 336 सीटें मिली थीं। वहीं कांग्रेस इस चुनाव में बुरी तरह से हारी थी और उसे मात्र 44 सीटें मिली थीं। कांग्रेस की हालत ऐसी थी कि उसे विपक्ष की नेता की कुर्सी पाने के लिए जरूरी 10 फीसदी सीटें भी नहीं मिली थीं।
फिलहाल चुनाव आयोग की ओर से तारीखों की घोषणा के बाद अब आचार संहिता लागू हो चुकी है। अब सरकार कोई भी नीतिगत फैसला नहीं ले पाएगी। वहीं चुनाव की तारीखों की घोषणा न होने से आयोग विपक्ष के निशाने पर भी था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने ट्वीट कर कहा, ‘क्या चुनाव आयोग प्रधानमंत्री की ‘आधिकारिक यात्राओं’ के खत्म का इंतजार कर रहा है?’