हॉस्पिटल ने नहीं दी एंबुलेंस तो पति ने 80 KM घसीटी बीवी की लाश

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पिछले कुछ महीने पहले हॉस्पिटल से एंबुलेंस ना मिलने और शव को अपने कंधे पर ढोकर लाने वाले ओडिशा के दाना मांझी की तस्वीरों ने खबरों और सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया था। फिलहाल ये मामला तो शांत हो गया लेकिन ऐसा ही केस अब तेलंगाना के हैदराबाद से आया है जहां एक पति को अपनी पत्नी की लाश एंबुलेंस ना मिलने की वजह से 80 KM तक घसीटनी पड़ी।

क्या है मामला-

  • बीते शुक्रवार को एक लोकल हॉस्पिटल में रामुलु की पत्नी की मौत हो गयी थी।
  • रामुलु ने हॉस्पिटल से बीवी की लाश को अपने पैतृक गांव माईकोड ले जाने के लिए एंबुलेंस देने के लिए कहा।
  • हॉस्पिटल वालों ने रामुलु से 5000 रुपए की मांग की
  • रामुलु के पास इतने पैसे होने की वजह से, उसने उसी गत्ते के बिस्तर पर बीवी की लाश को घसीटकर घर लाने की ठानी।

ऐसे नींद से जागा प्रशासन-

सूत्रों के मुताबिक रामुलु ने गत्ते के बिस्तर पर बीवी की लाश को घसीटकर घर तक ले जाने की ठानी। रामुलु ने चलना शुरू किया और वो करीब 24 घंटे लगातार चलने के बाद शनिवार शाम तक विकराबाद नाम की जगह तक पहुंच गए। बस यहीं पहुंचकर रामुलु का हौसला टूट गया और उन्होंने बीवी की लाश के साथ सड़क के किनारे बैठकर रोना और लोगों से मदद मांगना शुरू कर दिया।

इसके बाद पास के गांव के कुछ लोगों की नज़र रामुलु पर पड़ी और उन्होंने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद इलाके के ही एक वकील रमेश कुमार और पुलिस ने एंबुलेंस की व्यवस्था कर रामुलु की पत्नी लाश को घर तक पहुंचाया।

ऐसे कई मामले है लेकिन प्रशासन नाकाम-

  • इससे पहले ओडिशा के कालाहांडी में सिर से शर्म से झुका देने वाला मामला सामने आया था। कालाहांडी के रहने वाले दाना मांझी को अस्पताल ने एंबुलेंस या मोर्चरी वैन देने से इनकार कर दिया जिसके बाद उसे अपनी बीवी की लाश को कंधे पर लादकर 10 किलोमीटर तक ले जाना पड़ा था। बता दें कि जब ये व्यक्ति लाश ले जा रहा था तब उसके साथ उसकी 12 साल की बेटी भी थी।
  • बालासोर में भी अस्पताल सेे मोर्चरी वैन न मिलने पर रेलवे पुलिस ने महिला के मृत शरीर की हड्डियां तोडक़र, उसकी पोटली बनाकर बांस के डंडे के जरिये मजदूरों के जरिये उसे ढोकर स्टेशन पहुंचाया गया।