तमिलनाडु की सीएम जयललिता पिछले एक महीने से लगातार बीमार चल रही है। वो चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं। खबर आई है कि उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है। लेकिन उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है और वह इशारों में बात कर रही हैं।
सितंबर से हॉस्पिटल में है जयललिता:
- 22 सितंबर की रात 9.45 बजे मुख्यमंत्री आवास पर जयललिता बेहोश हो गईं।
- 30 मिनट बाद सीएम बेहोशी की हालत में अपोलो हॉस्पिटल के आईसीयू में पहुंचीं।
अगले दिन 23 तारीख को पीएम मोदी ने दिल्ली एम्स के तीन डॉक्टरों को चेन्नई भेजा। इनमें कार्डियोलॉजिस्ट नीतीश नाईक, पल्मोनोरोलॉजिस्ट जीसी खिलनानी और एनेस्थेशिस्ट अनजन त्रिखा थे। इसी बीच जयललिता को माइनर हार्टअटैक भी हुआ। उनकी शुगर बढ़ा हुआ था और ब्लड प्रेशर बेकाबू था। उन्हें पेसमेकर लगाया गया। 28 से उनकी हालत और खराब होने लगी। किडनी, लीवर और फेफड़ों में इंफेक्शन हो गया। 28 को ही उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया।
विदेश से डॉक्टर बुलाए:
जयललिता के इलाज के लिए कई बार विदेश से डॉक्टर बुलाए गए। अभी 18 डॉक्टरों की टीम तैनात है। अभी अपोलो के 18 डॉक्टरों की टीम तैनात है। टीम के कई डॉक्टर आईसीयू के आसपास बने वीवीआईपी वॉर्ड में ही रह रहे हैं। उनके गले में ट्राइको नली लगी है। नली के कारण बोलना संभव नहीं है। वे इशारों में जवाब दे रही हैं। जयललिता अभी हाथ पैर भी नहीं हिला डुला सकती हैं। उनका वजन घट गया है।