बेंगलूरु। भारतीय उपग्रह GSAT-18 को ले जाने वाले यूरोपीय एरियन-5 रॉकेट को गुरुवार सुबह का फ्रेंच गुयाना से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया गया। इससे पहले खराब मौसम के कारण यूरोपीय एरियन-5 रॉकेट का प्रक्षेपण बुधवार को 24 घंटे के लिए टाल दिया गया था। गुरुवार को मौसम साफ था और भारतीय समयानुसार देर रात दो बजे यूरोपीय एरियन 5 रॉकेट छोड़ा गया।
GSAT-18 एक टेलिकम्युनिकेशन सेटलाइट है और इसका निर्माण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ISRO ने किया है। इस समय ISRO के 14 संचार उपग्रह काम कर रहे हैं। ISRO के अनुसार, 48 ट्रांसपोंडर के साथ GSAT-18 देश का नवीनतम संचार उपग्रह है। यह संचार संकेतों को प्राप्त और संचरित कर सकता है। इसका वजन 3,404 किलोग्राम है। यह अपनी कक्षा में 15 साल तक काम करने में सक्षम है।
एरियनस्पेस के लिए यह इस साल आठवां लॉन्च मिशन है। भारतीय संचार उपग्रह के अलावा एरियन-5 रॉकेट ऑस्ट्रेलियाई स्काई मस्टर द्वितीय उपग्रह को भी साथ ले गया है। एरियनस्पेस के अनुसार, हमारे द्वारा लांच होने वाला GSAT-18 ISRO का 20वां उपग्रह है।