संवाददाता शाहपुरा- शाहपुरा भीलवाड़ा शाहपुरा जिला मुख्यालय पर सरोवर यज्ञ शाला रावला घाट मे अंतर्राष्ट्रीय यज्ञ दिवस हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया. हमारे सत्य सनातन धर्म मे यज्ञ हवन का विशेष महत्व सभी शुभ कार्य यज्ञ की साक्षी मे करने की प्राचीनतम परम्परा चली आ रही है. हवन से वातावरण शुद्ध एवं पवित्र होता है यज्ञ पांच प्रकार के होते है. ब्रह्म यज्ञ जिसमें नित्य ईश्वर उपासना प्रातः संध्या काल में होती है देव यज्ञ -जिसे अग्नि होत्र भी कहते है जिसमे शुद्ध गौ घृत व ओषधी युक्त हवन सामग्री द्वारा चेतन देवताओं को आहुतियाँ लगाई जाती है पितृ यज्ञ -जीवित माता पिता, दादा दादी नाना नानी एवं आचार्य आदि बुजर्गो की श्रद्धा पूर्वक सेवा करना यज्ञ माना गयाअतिथि यज्ञ -अकस्मात कोई विद्वान् महापुरुष अतिथि आ जावे तो उसका यथा योग्य आदर सत्कार बलिवैशवदेव यज्ञ -पशु पक्षीयों, जीव जंन्तुओं का अपने भोजन मे से भाग निकाल कर उनका सरक्षण व पोषण करना. ये पंच महा यज्ञ हमेशा करना हमारा परम् कर्तव्य है येही सच्ची ईश्वर पूजा है. सभी परोपकार व जन कल्याण के कार्य भी यज्ञ है. कार्यक्रम मे कन्हैया लाल आर्य, सत्य नारायण तोलम्बिया, राधेश्याम अग्रवाल,, देवेन्द्र सर्वा सुनील कुमार बेली, ओम प्रकाश चितलागिया ने यज्ञ मे आहुतियाँ लगा कर विश्व मे सुख, शांति व समृद्धि की कामनायें की.
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