50 ग्राम पंचायतों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जोड़ा गया
हनुमानगढ़। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती वर्ष के आयोजनों की श्रंखला में 9 से 15 अगस्त तक मनाए जाने वाले अगस्त क्रांति सप्ताह के चौथे दिन पहला सुख निरोगी काया टॉपिक के अंतर्गत चिकित्सकों द्वारा व्यक्ति के निरोग रहने को लेकर विस्तृत जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दी गई। इसमें एलोपैथी चिकित्सकों के साथ साथ आयुर्वेदिक चिकित्सकों को भी आमंत्रित किया गया था। जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेटर परिसर स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र से की गई वीडियो कॉन्फ्रेंस में जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन के अलावा सीईओ जिला परिषद श्री परशुराम धानका, गांधी दर्शन समिति के सदस्य पार्षद श्री गुरदीप चहल, पीआरओ श्री सुरेश बिश्नोई, पीएमओ डॉ एमपी शर्मा, सीएमएचओ डॉ अरूण चमडि़या, एसीएमएचओ डॉ पवन छींपा, बीसीएमओ डॉ ज्योति धींगड़ा, आयुर्वेदिक डॉक्टर्स में डॉ तीरथ शर्मा, डॉ सत्यनारायण मेहरड़ा, गांधी दर्शन की जानकारी देने के लिए डाइट के व्याख्याता सुल्तान सहू, एनएमपीजी कॉलेज से विनोद जांगीड़, प्रोगामर श्रीमती हरनीत कौर, श्रीमती उर्मिला, शामिल हुए। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए करीब 50 ग्राम पंचायतों को जोड़ा गया। जिसमें सरपंच, ग्राम सेेवक, पटवारी समेत गांव के स्थानीय लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि निरोग रहने के लिए डॉक्टर्स ने जो जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दी, उसे जीवन में लागू करें। साथ ही कहा कि जिले में नशे की प्रवृति को रोकने के लिए पहले तो संगत में परिवर्तन करना जरूरी है। साथ ही आध्यामिकता को भी बढ़ावा देने की जरूरत है। सुबह शाम घूमें, खेलों में हिस्सा लें। ताकि अवसाद की स्थिति पैदा ही ना हो। साथ ही कहा कि गांधी दर्शन के महत्वपूर्ण पहलू सत्य और अहिंसा को जीवन में अपनाएं। साथ ही सामाजिक सरोकार के कार्य करें। इससे पहले पीएमओ डॉ एमपी शर्मा ने कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर अपनाए जाने वाले ऊपायों, स्वस्थ रहने को लेकर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि आज स्वास्थ्य में फिजिकल और मेंटल हेल्थ के साथ साथ सोशल और आध्यमिकता को भी जोड़ा गया है। सीएमएचओ डॉ अरूण चमडि़या ने मौसमी बिमारियों, जिरायाट्रिक और गैर संचारी बिमारियों व एसीएमएचओ डॉ पवन छिंपा ने फैमिली प्लानिंग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बीसीएमओ डॉ ज्योति धींगड़ा ने किशोरी स्वास्थ्य, महिला सुरक्षित मातृत्व के बारे में जानकारी दी।
ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।