भारत-कनाडा के बीच बढ़ते विवाद में भारत के लाखों स्टूडेंट्स की कैसे होगी सुरक्षा?

कनाडा में भारतीय नागरिकों और भारत के छात्रों को ओटावा में भारतीय उच्चायोग या टोरंटो और वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावासों के साथ अपनी संबंधित वेबसाइटों, या MADAD पोर्टल, madad.gov.in के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

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भारत और कनाडा के बीच बढ़ता आपसी विवाद कई भारतीय परिवारों के लिए परेशानी लेकर आया है। बुधवार को भारत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं निलंबित कर दी है। लगातार दोनों देश अपने नागरिकों के लिए यात्रा एडवाइजरी जारी कर रहे हैं। ऐसे में चिंताएं बढ़ना लाजमी है। 

अब ये मुद्दा पूरा दुनिया के सामने हैं। भारत के कई वर्कर, स्टूडेंट, एनआरआई कनाडा (India Canada News) में रह रहे हैं, जिनकी संख्या लाखों में है।  तो भारत-कनाडा के विवाद के बीच आज हम आपको बताते हैं कि आखिर भारत के कितने लोग अभी कनाडा में रह रहे हैं और आंकड़ें बताते हैं कि ये संख्या कितनी ज्यादा है…

कनाडा में कितने भारतीय
हाल ही में लोकसभा में पूछे गए एक सवाल को लेकर विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया था कि अभी (अगस्त तक) भारत के 1 लाख 78 हजार 410 लोग कनाडा में रहते हैं।  मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि इस संख्या में वर्कर भी शामिल हैं। मंत्रालय की रिपोर्ट के हिसाब से एनआरई भारतीयों की संख्या 178410 है, जबकि पीआईओ (भारतीय मूल के नागरिक) की संखाय 1510645 है। इसके साथ ही ओवरसीज इंडियन का डेटा 1689055 है।

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अगर स्टूडेंट्स की बात करें तो जिस वक्त यूक्रेन-रूस का युद्ध जारी था, उस वक्त मंत्रालय की ओर से जारी डेटा के अनुसार 2022 कनाडा में 1,83,310 भारतीय स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे थे।  वहीं, कनाडा की 2021 की जनगणना के अनुसार, पूरे कनाडा में 2.1 फीसदी सिख हैं और उनकी आबादी 7 लाख 71 हजार है। इसमें कई सिख कनाडा के नागरिक है और कुछ अप्रवासी और गैर स्थानी निवासी है।

एडवाइजरी में क्या सलाह
सरकार की ओर से दी गई एडवाइजरी में कहा गया है कि भारतीय समुदाय और छात्र उन जगहों पर जाने से बचें, जहां पर पहले हिंसा के मामले हुए हैं। भारतीय हाई कमीशन और दूतावास, कनाडाई अथॉरिटी से संपर्क में है ताकि वहां रहने वाले भारतीय समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। कनाडा में बिगड़ते सुरक्षा माहौल को देखते हुए भारतीय छात्रों को विशेष रूप से अत्यधिक सावधानी बरतने और सतर्क रहने की सलाह दी गई।
बता दें कनाडा सरकार ने भारतीय एडवाइजरी पर जवाब देते हुए कहा, हमारा देश सुरक्षित है। यहां कोई खतरा नहीं है कृपया शांति बनाएं रखें।
कनाडा में भारतीय नागरिकों और भारत के छात्रों को ओटावा में भारतीय उच्चायोग या टोरंटो और वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावासों के साथ अपनी संबंधित वेबसाइटों, या MADAD पोर्टल, madad.gov.in के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। पंजीकरण से उच्चायोग और महावाणिज्य दूतावास किसी भी आपातकालीन या अप्रिय घटना की स्थिति में कनाडा में भारतीय नागरिकों के साथ बेहतर तरीके से जुड़ने में सक्षम होंगे।

क्या है मामला

  • भारत-कनाडा के बीच विवाद की शुरुआत सोमवार को जस्टिन ट्रूडो ने संसद को संबोधित किया। इस दौरान ट्रूडो ने कहा कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा कि कनाडा की एजेंसियों को पुख्ता तौर पर मालूम है कि निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ हो सकता है। इसके बाद उन्होंने कनाडा से टॉप भारतीय डिप्लोमैट को जाने को कहा।
  • भारत की तरफ से भी कनाडा के आरोपों पर जवाब आया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि कनाडाई प्रधानमंत्री के संसद में किए गए दावों को हम सिरे नकारते हैं। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कनाडा के एक टॉप डिप्लोमैट को 5 दिनों के भीतर देश छोड़कर जाने का आदेश दिया।

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