भारतीय ज्योतिष शास्त्र दुनिया का सर्वश्रेष्ठ विज्ञान है- पुजारी

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संवाददाता भीलवाड़ा। भारतीय ज्योतिष वेदों जितना ही प्राचीन है । प्राचीन काल में ग्रह नक्षत्रों व अन्य खगोलीय अध्ययन के विषय को ही ज्योतिष कहा गया । भारतीय आचार्यों द्वारा लिखित ज्योतिष पांडुलिपियों की संख्या एक लाख से भी अधिक है । ज्योतिष को गणित और फलित ज्योतिष दो भागों में बांटा गया है । ग्रहों की गतियों और नक्षत्रों का ज्ञान आदि की गणना गणित ज्योतिष का विषय है । भारतीय ज्योतिष शास्त्र दुनिया का सर्वश्रेष्ठ विज्ञान है । यह बात संस्कृत भारती चित्तौड़ प्रांत द्वारा आयोजित सप्त दिवसीय ज्योतिष वर्ग के समापन अवसर पर बोलते हुए संस्कृत भारती अखिल भारतीय महामंत्री श्रीश देव पुजारी ने कही । पुजारी ने कहा है कि भारतीय ज्योतिष ज्योतिष ग्रह नक्षत्रों की गणना कि वह पद्धति है जिसका विकास भारत में हुआ । आजकल भारत में इसी पद्धति से पंचांग का निर्माण होता है जिसके आधार पर देश भर में धार्मिक कृत्य तथा पर्व मनाए जाते हैं । सिद्धान्त ज्योतिष प्रणाली से लिखा हुआ प्रथम पौरुष ग्रंथ आर्यभट प्रथम की आर्यभटीयम्‌ है तत्पश्चात्‌ बराहमिहिर द्वारा संपादित सिद्धांतपंचिका है, जिसमें पेतामह, वासिष्ठ, रोमक, पुलिश तथा सूर्यसिद्धांतों का संग्रह है ।

इस अवसर पर प्रांत संगठन मंत्री देवेंद्र पंड्या ने कहा कि सप्त दिवसीय ज्योतिष वर्ग में गणित ज्योतिष, फलित ज्योतिष, वास्तु शास्त्र जैसे अनेक विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा कक्षाएं ली गई । संस्कृत भारती समय-समय पर निरंतर संभाषण वर्गों का ऑनलाइन आयोजन कर रही है । कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर नवल सिंह जैन प्राज्ञ ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन्स बिजयनगर ने की । इस अवसर पर डॉ जैन ने संस्कृत भारती द्वारा किए जा रहे अभिनव प्रयोगों की प्रशंसा की । विभाग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने बताया कि कार्यक्रम के शुभारंभ में मंगलाचरण जय श्री पाराशर भीलवाड़ा द्वारा वाचन किया गया । अतिथि परिचय प्रांत शिक्षण प्रमुख मधुसूदन शर्मा ने करवाया । वर्ग परिचय चंद्रकांत शर्मा द्वारा करवाया गया । ध्येय मंत्र कोटा महानगर महिला प्रमुखा निहारिका बच्चन ने बोला । गीत झालावाड़ जिला संयोजक बालचंद शास्त्री ने गाया । धन्यवाद ज्ञापन झालावाड़ विभाग संयोजक पवन पाटीदार ने किया । कल्याण मंत्र बूंदी से सरिता राठौर ने किया । कार्यक्रम में भीलवाड़ा विभाग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत, अजमेर विभाग संयोजक डॉ आशुतोष पारीक, अजमेर जिला संयोजक देवराज कुमावत, अजमेर महानगर संयोजक हिम्मत सिंह चौहान, प्रांत प्रचार प्रमुख यज्ञ आमेटा, आसींद जिला संयोजक देवीलाल प्रजापत, शाहपुरा जिला संयोजक भगवान लाल गोस्वामी, शाहपुरा जिला महिला प्रमुखा पूजा गुर्जर, शाहपुरा जिला शिक्षण प्रमुखा अंजू जांगिड़ आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

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