India Poverty Rate 2024: भारत में पिछले 9 सालों में 24.8 करोड़ गरीबी से बाहर निकले हैं। इसमें सबसे ज्यादा 5.94 करोड़ उत्तर प्रदेश के हैं। उसके बाद बिहार में 3.77 करोड़, मध्य प्रदेश में 2.30 करोड़ और राजस्थान में 1.87 करोड़ लोगों की गरीबी के स्तर में सुधार हुआ।
नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में गरीबी दर 2013-14 में 29.17 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 11.28 प्रतिशत रह गई है। यानी कि पिछले 9 सालों में 17.89 प्रतिशत की कमी आई। रिपोर्ट के मुताबिक, 2015-16 से 2019-21 के बीच गरीबी में गिरावट की गति 10.66 प्रतिशत रही, जोकि 2005-06 से 2015-16 की तुलना (7.69 प्रतिशत) में बहुत तेज थी।
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इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि गरीबी कम करने के मामले में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है। भारत में 2005-06 से 2019-21 के बीच में 41.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए है। यह जानकारी ग्लोबल मल्टीडाइमेंशनल पावर्टी इंडेक्स (MPI) में सामने आई हैं, जिसे यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने जारी किया था।
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किस आंकलन के आधार पर तैयार हुए नीति आयोग की रिपोर्ट
गरीबी में सुधार का आंकलन बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवनशैली जैसे मानदंडों के आधार पर किया गया है। जिसमें बाल पोषण, मृत्यु दर, मातृ स्वास्थ्य, स्कूली शिक्षा, स्कूल में उपस्थिति, खाना पकाने का ईंधन, स्वच्छता, पीने का पानी, बिजली, घर, संपत्ति और बैंक अकाउंट जैसे फैक्टर शामिल होते हैं।
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