गलवान घाटी में 1975 के बाद पहली बार गोली चली, भारत के 3 जवान शहीद, जानें कारण

गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं।

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लद्दाख: भारत-चीन के बीच जारी तनाव के बीच लद्दाख में गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच सोमवार रात हिंसक झड़प हो गई। इस झड़प में भारतीय सेना के एक अफसर समेत दो जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि 1975 के बाद पहली बार LAC पर गोली चली है।

भारतीय सेना की ओर से आधिकारिक बयान जारी किया गया है। इसके मुताबिक, “गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं। दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस वक्त इस मामले को शांत करने के लिए बड़ी बैठक कर रहे हैं।”

सूत्रों के मुताबिक, चीनी सैनिक पीछे हटने को तैयार नहीं थे। गलवान वैली में 6 जून की मीटिंग के बाद सैनिकों को पीछे हटने की प्रक्रिया चल रही थी. 6 जून को कोर कमांडरों की बैठक हुई थी। इसमें तय हुआ था कि सैनिक पीछे हटेंगे। वहीं भारतीय सेना की ओर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरी घटना के बारे में बताया जाएगा।

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