भारत 208 रन से जीता, बांग्लादेश से टेस्ट न हारने का रिकॉर्ड बरकरार

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हैदराबाद के राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को एकमात्र टेस्ट मैच में 208 रन से हरा दिया। कप्तान विराट कोहली के लिए यह जीत बेहद अहम होने जा रही है, क्योंकि उनकी कप्तानी में टीम इंडिया लगातार 18 टेस्ट मैच जीत चुकी है। कोहली इसके साथ ही सुनील गावस्कर के एक रिकॉर्ड को तोड़ देंगे।

पांचवें और अंतिम दिन का खेल जारी है। बांग्लादेश ने 459 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए लंच के बाद 9 विकेट पर 248 रन बना लिए हैं। कामरुल इस्लाम (2) और तािजुल इस्लाम (6) नाबाद हैं। अब मैच बचाने के लिए उसे आज पूरे बल्लेबाजी करनी होगी, वहीं टीम इंडिया को लगातार छठी सीरीज पर कब्जा करने के लिए उसे ऑलआउट करना होगा, जो उसके लिए ज्यादा मुश्किल नहीं दिख रहा। गेंदबाजी में टीम इंडिया की ओर से आर अश्विन ने तीन, तो रवींद्र जडेजा ने दो विकेट झटके हैं। महमुदुल्लाह ने सबसे अधिक 64 रन बनाए।

टीम इंडिया का स्कोर
बांग्लादेश पहली पारी 388 (मुशफिकुर 127, उमेश यादव 3-84) दूसरी पारी 103/ 3 (अश्विन 2-34), भारत पहली पारी 687/ 6 (विराट 204, मुरली विजय 108, साहा 106*) पारी घोषित और भारत दूसरी पारी 159/4 पारी घोषित. (पुजारा 54*)

बांग्लादेश का विकेट पतन : 1/11 (तमीम इकबाल), 2/71 (सौम्य सरकार), 3/75 (मोमिनुल हक), 4/106 (शाकिब अल हसन), 5/162 (मुशफिकुर रहीम), 6/213 (सब्बीर रहमान), 7/225 (महमुदुल्लाह), 8/242 (मेहदी हसन)

अश्विन को वर्ल्ड रिकॉर्ड

साल 2016 में आईसीसी की ओर से बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर और टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब पाने वाले आर अश्विन को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए बांग्लादेश की पहली पारी में एक विकेट की जरूरत थी और उन्होंने मुशफिकुर रहीम को 127 रन पर आउट कर इसे हासिल कर लिया। अब वह सबसे तेजी से 250 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं। तीसरे दिन उन्होंने शाकिब को अपना 249वां शिकार बनाया था। अश्विन के करियर का यह 45वां टेस्‍ट मैच है। सबसे कम मैचों में 250 टेस्‍ट विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्‍ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली के नाम था। लिली ने 48 टेस्ट में यह कमाल किया था।

घर में 4 साल, 20 मैच से नहीं हारी टीम इंडिया
टीम इंडिया घरेलू मैदान पर अंतिम बार साल 2012 में कोलकाता में खेले गए टेस्ट में इंग्लैंड से हारी थी। तब से अब तक उसने बांग्लादेश के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट को मिलाकर भारतीय धरती पर 20 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से 17 जीते और 3 ड्रॉ खेले हैं। इससे पहले वह जनवरी 1977 से 3 फरवरी, 1980 के बीच घरेलू मैदान पर 20 टेस्ट मैचों तक ही अजेय रही थी। उसने उस समय 6 टेस्ट जीते थे, जबकि 14 ड्रॉ खेले थे। उस समय टीम की कमान तीन कप्तान बिशन सिंह बेदी, सुनील गावस्कर और गुंडप्पा विश्वनाथ ने संभाली थी।